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4. अप्रवासी किनके लिए इस्तेमाल होना चाहिए?

‘अप्रवासी’ का अर्थ क्या है? फ़ेसबुक पर किए गए एक पोल में 77% लोगों ने कहा – वे भारतीय जो विदेश में रहते हैं। यदि वे सही हैं तो ऐसे भारतीयों के लिए ‘अप्रवासी भारतीय दिवस’ क्यों नहीं मनाया जाता? ‘प्रवासी भारतीय दिवस’ क्यों मनाया जाता है? चौंक गए ना? प्रवासी, अप्रवासी और आप्रवासी में किसका क्या मतलब है, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।

जवाब देने से पहले मैं एक सवाल करता हूँ। प्रवासी का मतलब क्या है? नही जानते? चलिए, मैं बताता हूँ। प्रवासी का अर्थ वह जो अपनी जन्मभूमि छोड़कर कहीं और बसता है। जैसे बंगाली बंगाल में रहते हैं लेकिन यदि कोई बंगाली दिल्ली या इंदौर में रह रहा हो तो वह प्रवासी बंगाली हो गया।

इसी तरह कोई भारतीय भारत छोड़ किसी और देश में रहता है तो वह प्रवासी भारतीय हो गया। नीचे आप शब्दकोश में दिया गया प्रवासी का अर्थ देख सकते हैं। लिखा है – परदेश में रहनेवाला। इसीलिए भारत सरकार जो हर साल परदेश में रहनेवाले भारतीयों के लिए एक ख़ास दिवस मनाती है, उसका नाम भी है प्रवासी भारतीय दिवस। वह अप्रवासी भारतीय दिवस नहीं मनाती। क्यों नहीं मनाती, यह हम नीचे जानेंगे।

प्रवासी का अर्थ यदि परदेश में रहनेवाला है (जैसा कि आपने शब्दकोश में देखा) तो अप्रवासी का अर्थ क्या होगा? इतनी हिंदी तो आप जानते ही हैं कि ‘अ’ उपसर्ग विपरीत के अर्थ में इस्तेमाल होता है। जैसे नियमित का उलटा अनियमित, न्याय का उलटा अन्याय, चल का उलटा अचल, विवाहित का उलटा अविवाहित, सत्य का उलटा असत्य…

तो प्रवासी के आगे यदि ‘अ’ लगाएँगे तो उसका अर्थ क्या होगा – वह जो परदेश में ‘न’ रहता हो। तो परदेश में कौन नहीं रहता? वह जो अपने देश में रहता है। यानी हमलोग। दरअसल ‘अप्रवासी’ जैसा कोई शब्द है ही नहीं लेकिन यदि हो तो उसका अर्थ होगा – वह जो अपने देश या स्वदेश में रहता हो।

आप्रवासी से बना अप्रवासी

लेकिन जैसा कि ऊपर कहा, ‘अप्रवासी’ जैसा कोई शब्द है ही नहीं और किसी भी ढंग की डिक्शनेरी में आपको यह नहीं मिलेगा। यह शब्द हमारे देश के महान हिंदी पत्रकारों के ‘उर्वर’ दिमाग़ की उपज है। यह शब्द कैसे प्रचलन में आया, इसके बारे में मेरे कुछ विचार हैं जो सही भी हो सकते हैं और नहीं भी।

एक शब्द है आप्रवासी। इसका अर्थ है immigrant। इसी तरह एक और शब्द है उत्प्रवासी जिसके लिए अंग्रेज़ी में शब्द है emigrant। हर व्यक्ति जो अपना देश छोड़कर किसी और देश में जाता है तो वह अपने देश के लिए हुआ emigrant (उत्प्रवासी) और उस नए देश के लिए हुआ immigrant (आप्रवासी)। अंग्रेज़ी में in/im उपसर्ग अंदर के लिए और e/ex उपसर्ग बाहर के लिए इस्तेमाल होता है। सो immigrant हुआ वह जो (किसी देश के) अंदर आता है, emigrant हुआ वह जो (किसी देश से) बाहर जाता है।

यानी हर भारतीय जो हमारा देश छोड़कर किसी और देश जैसे अमेरिका या ब्रिटन में जाता है, वह हमारे लिए हुआ उत्प्रवासी और अमेरिका और ब्रिटेन के लिए हुआ आप्रवासी।

इसी बीच एक और शब्द आया Non-resident Indian जिसके लिए हिंदी में लिखा जाने लगा ‘अनिवासी’ भारतीय। अब जो पत्रकार भाषा, वार्ता जैसी एजंसियों में काम करते थे, उनका आप्रवासी, उत्प्रवासी, अनिवासी आदि शब्दों से रोज़ पाला पड़ता था और अंग्रेज़ी की कॉपियों का अनुवाद भी करना पड़ता था। उनमें से ही किसी ने एक दिन ख़बर में अनिवासी की तर्ज़ पर अप्रवासी चला दिया और वह दिन और आज का दिन सारा हिंदी मीडिया विदेश में रहनेवाले भारतीयों के लिए अप्रवासी लिखता चला आ रहा है।

प्रवासी-अप्रवासी का एक अर्थ कैसे?

हिंदी के किसी भी महान संपादक के दिमाग़ में यह कभी नहीं आया कि जब प्रवासी का मतलब है वह जो परदेश में रहता है तो अप्रवासी का भी वही मतलब कैसे हो सकता है? क्या विदेशी और अविदेशी का एक अर्थ हो सकता है? क्या सुंदर और असुंदर का एक ही अर्थ हो सकता है? क्या न्याय और अन्याय का एक ही अर्थ हो सकता है? लेकिन क्या करें, राजेंद्र माथुर, प्रभाष जोशी और सुरेंद्र प्रताप सिंह जैसे संपादकों के जाने के बाद संपादक की कुर्सी को सुशोभित करनेवाले ‘मैनेजरों’ को भाषा से कम, पैसों और पावर से ज़्यादा मुहब्बत हो गई।

तो निष्कर्ष यह कि अप्रवासी बिल्कुल ग़लत अर्थ में इस्तेमाल हो रहा है। आपको उसकी जगह प्रवासी लिखना चाहिए। हाँ, immigrant और emigrant के लिए आप्रवासी और उत्प्रवासी शब्द चल सकते हैं। यदि कोई इससे आसान शब्द खोज सके तो उसका स्वागत करना चाहिए।

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2 replies on “4. अप्रवासी किनके लिए इस्तेमाल होना चाहिए?”

मैं डॉ अजय तिवारी राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय प्रवासी परिषद। यह बयान करता हूं कि भारत देश की आजादी से पहले सन 1846 से लेकर 1946 तक जब मुगलों एवं अंग्रेजी हुकूमत थी तब हिंदुस्तान के कुछ वर्ग को गिरमिटिया एवं बंधुआ मजदूर बनाकर काम करने के लिए अन्य देशों मे migrant पत्र के जरिये भेजा जाता था उस समय से प्रवासी शब्द का चलन शुरू हुआ क्योंकि migrant की हिंदी प्रवासी होती हैं लेकिन जब भारत देश आजाद हुआ 1947 और भारत देश का संविधान बना संविधान में ही maigration और डोमेसाइल का नियम लिखा गया इसलिए अब जो व्यक्ति भारत देश मे ही एक राज्य से दूसरे राज्य में रहता है उसे ही प्रवासी कहते हैं। और 1947 के बाद जो व्यक्ति भारत देश से अन्य देश जैसे विदेश में जाता है तो उसका imigration certificate बनता है और इमिग्रेशन की हिन्दी अप्रवासी होती है इसलिये उन्हें अप्रवासी कहते हैं या कहा जाना चाहिए।

नमस्ते। एक बार सोचकर देखिए, भारत सरकार प्रवासी दिवस पर जो आयोजन करती है, उसमें किन लोगों को बुलाया जाता है। क्या उन लोगों को जो अपने राज्य से दूसरे राज्य में जाकर बस गए हैं या उनको जो भारत छोड़कर दूसरे देशों में बस गए हैं? इसी से स्पष्ट हो जाएगा कि भारत सरकार के लिए प्रवासी का क्या अर्थ है।

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