128. दूध के बर्तन पर क्या रखना, ढकना या ढँकना?

एक शब्द है ढक्कन (संज्ञा) जिसके बारे में किसी को कोई भी भ्रम नहीं है। लेकिन जब इसके क्रिया रूप की बात होती है तो दिमाग़ पसोपेश में पड़ जाता है कि ढकना लिखें या ढँकना। जैसे खाने-पीने की चीज़ों को हमेशा ‘ढकना’ चाहिए या ‘ढँकना’ चाहिए? यह शब्द संज्ञा के तौर पर भी ढक्कन … Continue reading 128. दूध के बर्तन पर क्या रखना, ढकना या ढँकना?