यदि कोई लड़का या लड़की अपनी जाति या धर्म से बाहर शादी कर ले तो परिवार और समाज उसके ख़िलाफ़ लट्ठ लेकर खड़े हो जाते हैं, उसकी हत्या तक कर देते हैं। लेकिन यदि कोई लड़का किसी लड़की के साथ बलात्कार करता है तो कोई पिता, कोई परिवार, कोई समाज उसे बुरा-भला नहीं कहता, उसकी जान नहीं लेता। बल्कि उसे बचाने में जुट जाता है। यह कैसा समाज है जो प्यार का विरोध करता है, लेकिन बलात्कारियों का साथ देता है।