पिछली क्लास में हमने i और u से शुरू होनेवाले सफ़िक्स के बारे में पढ़ा। आज बाक़ी व़ावल का ग्रूप है, जिसमें a, o, e से शुरू होनेवाले सफ़िक्स जैसे -al, -ous, – er, -ed आते हैं। इसके अलावा i, u ग्रूप के बाग़ी -ist, -ing, -ism और -ly तथा -ment भी इसमें शामिल हो गए हैं। यह बड़ा ही अच्छा ग्रूप है। यह जिनके भी घर जाता है, बस चुपचाप बैठा रहता हैं अच्छे बच्चों की तरह। कुछ उथलपुथल नहीं करता। कहने का मतलब यह कि इनके होने से शब्द के स्ट्रेस पर कोई फ़र्क नहीं पड़ता। आप मूल शब्द पर जाएँ और उसके अनुसार उच्चारण करें। आइए, इसे कुछ उदाहरणों से समझते हैं।
नियम 5 को समझने के लिए सबसे पहला शब्द हम लेते हैं De.vel.op। इसमें तीन सिल्अबल हैं और यह एक क्रिया है, सो नियम 3 के मुताबिक़ इसमें स्ट्रेस बीच के सिल्अबल Vel (व़ेल्) पर पड़ रहा है इसीलिए इसका उच्चारण हो रहा है डिव़ेलप। अब इसमें आप -ing लगाएँ, -er लगाएँ, -ed लगाएँ या -ment, स्ट्रेस Vel (व़ेल्) पर ही रहेगा। यानी उच्चारण होंगे डिव़ेलपिंग, डिव़ेलपर, डिव़ेलप्ट और डिव़ेलपमंट।
In.form। इसमें दो सिल्अबल हैं और यह व़र्ब है इसलिए नियम 2 के मुताबिक़ स्ट्रेस दूसरे सिल्अबल यानी Form (फ़ॉऽम/फ़ॉर्मus) पर पड़ रहा है। इसलिए इसका उच्चारण है इन्फ़ॉऽम/इन्फ़ॉर्मus। अब इसमें -al लगाएँ, -er लगाएँ, -ed लगाएँ, या -ing लगाएँ, स्ट्रेस ‘Form (फ़ॉऽम/फ़ॉर्मus) पर ही रहेगा। यानी उच्चारण होंगे इन्फ़ॉऽमल/इन्फ़ॉर्मलus, इन्फ़ॉऽमर/इन्फ़ॉर्मरus, इन्फ़ॉऽम्ड/इन्फ़ॉर्म्डus या इन्फ़ॉऽमिंग/इन्फ़ॉर्मिंगus।
Dan.ger। इसमें भी दो सिल्अबल हैं लेकिन यह नाउन है इसलिए नियम 2 के मुताबिक़ स्ट्रेस पहले सिल्अबल Dan (डेन्) पर पड़ रहा है। इस कारण इसका उच्चारण है डेंजर/डेंजरus। अब इसमें -ous लगाएँगे तो भी स्ट्रेस Dan (डेन्) पर ही रहेगा। यानी उच्चारण होगा डेंजरस।
Com.ic। इसमें दो सिल्अबल हैं और यह नाउन भी है और ऐजिक्टिव़ भी। नियम 2 के मुताबिक़ दोनों ही स्थितियों में स्ट्रेस पहले सिल्अबल यानी Com (कॉम्) पर पड़ेगा। इसलिए इसका उच्चारण है कॉमिक। अब इसमें -al लगाएं तो भी स्ट्रेस Com (कॉम्) पर ही रहेगा। यानी उच्चारण होगा कॉमिकल।
Col.umn। इसमें भी दो सिल्अबल हैं और यह नाउन है। सो नियम 2 के मुताबिक़ इसमें स्ट्रेस पहले सिल्अबल Col (कॉल्) पर पड़ेगा। इसलिए इसका उच्चारण है कॉलम। अब इसमें -ist लगाएँगे तो भी स्ट्रेस Col (कॉल्) पर ही रहेगा यानी उच्चारण होगा कॉलमिस्ट (या कॉलम्निस्ट)।
Per.ma.nent। इसमें तीन सिल्अबल हैं और यह ऐजिक्टिव़ है। नियम 3 के मुताबिक इसमें स्ट्रेस पहले सिल्अबल Per (पऽ/पर्us) पर पड़ेगा। इसलिए इसका उच्चारण होगा पऽमनंट/पर्मनंटus। अब इसमें -ly लगाएंगे तो भी स्ट्रेस Per (पऽ/पर्us) पर ही रहेगा यानी उच्चारण होगा पऽमनंटली/पर्मनंटलीus।
ऊपर मैंने De.vel.oped का उच्चारण डिव़ेलप्ट लिखा है जबकि लोग डिव़ेलप्ड बोलते हैं। इसके बारे में मैं क्लास 24 में चर्चा की गई है कि यहाँ -ed का उच्चारण ‘ट’ क्यों है, ‘ड’ क्यों नहीं।
जैसे i, u वाले ग्रूप से कुछ बाग़ी (-ist, ism, ing) आकर इस ग्रूप में आ मिले हैं, वैसे ही इस ग्रूप का एक बाग़ी -al एक अन्य ग्रूप के साथ मिल गया है। उसके बारे में चर्चा आगे की क्लास में।
इस क्लास का सबक़
a, e और 0 से शुरू होनेवाले सफ़िक्स जब किसी शब्द के अंत में आएँ तो वे शब्द के स्ट्रेस की जगह को नहीं बदलते। दूसरे शब्दों में यदि आप किसी शब्द का उच्चारण जानते हैं तो उसे वैसा ही बोलिए और अंत में सफ़िक्स लगा दीजिए। -ing, -ist, -ism, -ly और -ment के साथ भी यही स्थिति है। इस ग्रूप में एक बाग़ी है -al जो दूसरे ग्रूप के साथ भी देखा जाता है।
अभ्यास
अख़बार या मैगज़ीन से ऐसे 25 शब्द खोजें जिनमें a, e और o से शुरू होनेवाले सफ़िक्स हों और देखें कि किस तरह उनके होने से शब्द के उच्चारण पर कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता।