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आलिम सर की हिंदी क्लास शुद्ध-अशुद्ध

159. ‘ठंडी’ जलवायु या ‘ठंडा’ जलवायु?

जलवायु स्त्रीलिंग है या पुल्लिंग, यह सवाल बहुत दिलचस्प भी है और पेचीदा भी। दिलचस्प इसलिए कि अधिकतर लोग इसे स्त्रीलिंग के हिसाब से बोलते हैं (वहाँ की जलवायु अच्छी है), पेचीदा इसलिए कि अधिकतर शब्दकोश इसे पुल्लिंग बताते हैं (वहाँ का जलवायु अच्छा है)। ऐसे में इसे स्त्रीलिंग माना जाए या पुल्लिंग? जानने के लिए आगे पढ़ें।

जब मैंने फ़ेसबुक पर यह पोल किया कि जलवायु स्त्रीलिंग है या पुल्लिंग तो 84% ने जलवायु को स्त्रीलिंग बताया। केवल 16% ने कहा कि जलवायु पुल्लिंग है। उधर शब्दकोशों में देखता हूँ तो अधिकतर उसे पुल्लिंग बताते हैं (देखें चित्र)। ऐसे में जलवायु को क्या माना जाए – स्त्रीलिंग या पुल्लिंग?

हिंदी शब्दसागर, राजपाल और ज्ञानमंडल के कोशों में जलवायु को पुल्लिंग बताया गया है।

तीन-तीन शब्दकोशों द्वारा जलवायु को पुल्लिंग बताए जाने पर भी मुझे लगता है कि जलवायु को स्त्रीलिंग होना चाहिए। कारण मैं नीचे बताता हूँ।

जलवायु ऐसा कोई शब्द नहीं है जो संस्कृत या किसी और भाषा में पहले से प्रचलित हो। मेरी समझ से यह पचास-साठ साल पहले climate के हिंदी पर्याय के तौर पर बनाया गया होगा। इसकी पुष्टि दो बातों से होती है।

1. हिंदी शब्दसागर के शुरुआती कोशों में जो 1920-30 में आए थे, यह शब्द नहीं है। बाद के संस्करणों में जो 1990 के आसपास छपे, उनमें यह शब्द है।

2. ज्ञानमंडल के कोश में जिसका 1986 का संस्करण मेरे पास है, उसमें जलवायु मूल कोश में नहीं, बल्कि परिशिष्ट में है यानी उसे बाद में जोड़ा गया है। उसमें भी प्रविष्टि के साथ ब्रैकिट में climate लिखा हुआ है (देखें ऊपर के चित्र में सबसे नीचे)।

मुझे लगता है कि जलवायु शब्द के जन्म से पहले climate (शुद्ध उच्चारण – क्लाइमट/क्लाइमिट) के लिए हिंदी में आबोहवा चलता होगा। आबोहवा के ‘आब’ और ‘हवा’ के तत्सम पर्यायों – जल और वायु –  को मिलाकर जलवायु शब्द बना दिया गया। 

शब्द तो बन गया मगर इसका लिंग भी तो तय करना होगा और यह एक मुश्किल काम था क्योंकि जल पुल्लिंग है और वायु स्त्रीलिंग। कोशकारों ने न जाने क्या सोचकर इसे पुल्लिंग तय किया लेकिन प्रचलन में, जैसा कि हमने पोल के नतीजे में देखा, स्त्रीलिंग ही है।

जलवायु पुल्लिंग होना चाहिए या स्त्रीलिंग, इसका सूत्र ढूँढने के लिए मैंने जलवायु जैसे कुछ शब्द लिखे और पता करने की कोशिश की कि उनके लिंग निर्णय का आधार क्या है। मुझे ऐसे शब्द चाहिए थे जो दो संज्ञाओं से मिलकर बने हों, उनके बीच छुपा हुआ ‘और’ हो तथा नवनिर्मित शब्द एकवचन के रूप में इस्तेमाल होता हो। 

मुझे इस तलाश में दो तरह के शब्द मिले।

  1. जिसमें दोनों पदों का लिंग एक ही था। 
  2. जिनमें दोनों पदों के लिंग अलग-अलग थे। 

मैंने पाया कि जिन शब्दों में दोनों पदों के लिंग एक थे, उनमें कोई समस्या नहीं थी। उनका लिंग वही था जो दोनों पदों का था। लेकिन जिन शब्दों में दोनों पदों के लिंग अलग-अलग थे, उनमें नवनिर्मित शब्द का लिंग वह था जो बाद वाले शब्द का था। 

नीचे आप उन शब्दों की लिस्ट देखिए।

  • पहले वे शब्द जिनमें दोनों पदों का लिंग एक ही है।

खर्चा-पानी (पुल्लिंग-पुल्लिंग) – पुल्लिंग – इस काम के लिए आपको कुछ ख़र्चा-पानी ‘करना होगा’।

दिल-दिमाग़ (पुल्लिंग-पुल्लिंग) – पुल्लिंग – मेरा दिल-दिमाग़ इस समय काम नहीं कर ‘रहा’।

रूप-रंग (पुल्लिंग-पुल्लिंग) – पुल्लिंग – रमा ‘का’ रूप-रंग देखकर श्याम ने उसे पसंद कर लिया।

खोज-ख़बर (स्त्रीलिंग-स्त्रीलिंग) – स्त्रीलिंग – पिछले सात साल से उसने मेरी कोई खोज-ख़बर नहीं ‘ली’।

रोज़ी-रोटी (स्त्रीलिंग-स्त्रीलिंग) – स्त्रीलिंग – करोना के कारण करोड़ों लोगों ‘की’ रोज़ी-रोटी छिन ‘गई’।

लूट-खसोट (स्त्रीलिंग-स्त्रीलिंग) – स्त्रीलिंग – हाल के दंगों में बड़े पैमाने पर लूट-खसोट ‘हुई’।

  • अब वे शब्द जहाँ दोनों पदों के लिंग अलग-अलग हैं। देखिए, कैसे नवनिर्मित शब्द का लिंग बाद वाले पद के लिंग से तय हो रहा है।

धन-दौलत (पुल्लिंग-स्त्रीलिंग) – स्त्रीलिंग – उसे विरासत में प्रचुर धन-दौलत ‘मिली’।

दाल-भात (स्त्रीलिंग-पुल्लिंग) – पुल्लिंग – तीन दिनों में पहली बार उसे खाने को दाल-भात ‘मिला’।

दूध-जलेबी (पुल्लिंग-स्त्रीलिंग) – स्त्रीलिंग – कल शाम मैंने दूध-जलेबी ‘खाई’।

नाक-नक़्श (स्त्रीलिंग-पुल्लिंग) – पुल्लिंग – ‘उसका’ नाक-नक़्श बहुत अच्छा है।

चाल-चलन (स्त्रीलिंग-पुल्लिंग) – पुल्लिंग – ‘बुरे’ चाल-चलन के कारण उसकी इलाक़े में बहुत बदनामी है।

गली-मुहल्ला (स्त्रीलिंग-पुल्लिंग) – पुल्लिंग – मैंने उसकी तलाश में गली-मुहल्ला छान ‘मारा’।

अब इसी पैटर्न पर जलवायु का लिंग निर्णय करते हैं। जल (पुल्लिंग) और वायु (स्त्रीलिंग)। बाद में क्या है? वायु। वायु क्या है? स्त्रीलिंग। सो जलवायु का लिंग क्या होना चाहिए? स्त्रीलिंग।

शायद इसी कारण जलवायु को अधिकतर लोग स्त्रीलिंग के रूप में बरतते हैं। पहाड़ ‘की’ जलवायु अच्छी होती है। मुझे वहाँ ‘की’ जलवायु पसंद है।

मगर जैसा कि हमने ऊपर चित्र में देखा – शब्दसागर और ज्ञानमंडल से लेकर राजपाल तक सभी इसे पुल्लिंग बताते हैं। हाँ, फ़ादर बुल्के के अंग्रेज़ी-हिंदी शब्दकोश में इसे स्त्रीलिंग बताया गया है। इस कोश में पाठकों की सुविधा के लिए स्त्रीलिंग शब्दों के साथ ताराचिह्न दिया गया है। जलवायु में भी वही चिह्न है (देखें चित्र)।

फ़ादर बुल्के के अंग्रेज़ी-हिंदी शब्दकोश में जलवायु को स्त्रीलिंग बताया गया है।

मैं नहीं मानता कि मेरा निर्णय अंतिम है। कुछ उदाहरणों के आधार पर मैंने यह सब लिखा। अगर आपके पास कुछ और उदाहरण हों जिनमें यही पैटर्न मिलता हो या नहीं भी मिलता हो तो कृपया कॉमेंट में शेयर करें। इससे मुझे इस विषय में और सोचने-विचारने का मौक़ा मिलेगा।

वायु स्त्रीलिंग है, यह तो आप जानते हैं। मगर पवन क्या है – स्त्रीलिंग या पुल्लिंग? पवन चली या पवन चला? जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक या टैप करें।

https://aalimsirkiclass.com/hindi-quiz-1-pawan-masculine-or-feminine-shabdpoll/

 

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