फ़ारसी का एक शब्द है ‘बू’ जिसका हिंदी में भी इस्तेमाल होता है दुर्गंध के अर्थ में। लेकिन अगर ‘बू’ का अर्ध दुर्गंध है तो फिर बदबू (बद-बू जिसमें बद का अर्थ है ख़राब) का अर्थ क्या है? और ख़ुशबू (ख़ुश-बू) का? तो क्या बू का अर्थ सिर्फ़ गंध है? जानने के लिए आगे पढ़ें।
जब मैंने ‘बू’ शब्द के अर्थ पर फ़ेसबुक पर एक पोल किया तो मैंने तीनों ऑप्शन रखे थे – 1. गंध, 2. दुर्गंध और 3. सुगंध हालाँकि मैं जानता था कि तीसरे ऑप्शन यानी सुगंध पर इक्का-दुक्का ही वोट पड़ेंगे। हुआ भी यही। क़रीब 75% ने पहले ऑप्शन यानी गंध के पक्ष में वोट दिया और 23% ने दूसरे विकल्प दुर्गंध के हक़ में राय दी। सुगंध के पक्ष में केवल 2 % वोट पड़े और जिन लोगों ने सुगंध के पक्ष में राय दी, उनके तर्क में दम है। उन्होंने क्या कहा, इसपर नीचे बात करेंगे।
अब जवाब की बारी। बू का अर्थ क्या है? गंध, दुर्गंध या सुगंध? तो इसका एक जवाब नहीं हो सकता। अगर भारत की बात करें तो इसके दो अर्थ हैं, गंध भी और दुर्गंध भी। दो साथियों प्रवीणा मोदी और शशि दीक्षित ने इसकी तरफ़ इशारा करते हुए 1 और 2 दोनों को सही बताया था। मसलन आप कहें कि कमरे में कोई बू-सी आ रही है तो यह न्यूट्रल या निरपेक्ष भाव है। लेकिन अगर आप किसी शौचालय के पास आकर कहे कि कैसी बू आ रही है तो तय है कि आप बुरी गंध यानी बदबू की ओर इशारा कर रहे हैं, भले ही आप बू ही बोल रहे हैं, बदबू नहीं।
लेकिन फ़ारसी में जहाँ से यह शब्द आया है, वहाँ इसका इस्तेमाल पहले और तीसरे विकल्प के तौर पर ज़्यादा होता है। यानी गंध और सुगंध जैसा कि अफ़साना जी ने फ़ारसी का हवाला देते हुए लिखा भी था। राजपाल का हिंदी कोश भी बू का एक अर्थ सुगंध बताता है (देखें चित्र)।
इस तरह देखें तो बू के तीनों ही अर्थ सही हैं और यह आपके बोलने के तरीक़े और चेहरे के हावभाव से तय होगा कि आपका मतलब किससे है। वैसे भारत में, ख़ासकर हिंदीभाषियों में बू का सुगंध वाला अर्थ प्रचलित नहीं है। उसके लिए ख़ुशबू या सुगंध ही कहना सही होगा।
‘बू’ शब्द पर अध्ययन करने के दौरान मुझे हिंदी शब्दसागर में यह अनोखी जानकारी मिली –
न्याय या वैशेषिक में गंध को पृथ्वी का गुण और घ्राण या नासिका का विषय कहा गया है। यद्यपि साधारण भेद दो हैं – सुगंध और दुर्गंध, पर शास्त्रकारों ने इसके प्रधान दस भेद किए है।1. इष्ट : जैसे कस्तूरी आदि की, 2. अनिष्ट : जैसे मुर्दें आदि की, 3. मधुर : जैसी मधु, फूल आदि की, 4. अम्ल : जैसी आम, आँवले की ,5. कटु : जैसी मिर्च आदि की, 6. निर्हारी : जैसी हींग आदि में, 7. संहत : जैसी चित्रगंध की, 8. स्निग्ध : जैसी घी की, 9. रूक्ष : जैसे सरसों राई आदि की और 10. विशद : जैसी चावल आदि की।फिर से बू के अर्थ पर आते हैं।
जब एक ही शब्द के दो विपरीत अर्थ हों तो उन्हें अंग्रेज़ी में Contronym कहते हैं। अंग्रेज़ी में ऐसे कई शब्द हैं जैसे Sanction का अर्थ अनुमति देना भी है और प्रतिबंध लगाना भी। इसी तरह Cleave का मतलब काटना भी है और कसकर जुड़े रहना भी। Clip का भी मतलब जोड़ना और अलग करना दोनों है।हिंदी में भी कल का मतलब दोनों दिन हैं – बीता कल और आनेवाला कल। वाक्य में प्रयुक्त क्रियाओं से पता चलता है कि वक्ता का क्या आशय है। शेष के भी दो अर्थ हैं – ख़त्म होना और बचा रहना, अंग्रेज़ी के Left की तरह जिसके दो विपरीत अर्थ हैं – चला गया और बचा रहा (After five people left (चले गए), only three were left (बचे रहे) in the room.।
बांग्ला में एक शब्द है जिसे एक तरह से कॉन्ट्रनिम कह सकते हैं – माँ। वैसे तो यह माता के लिए इस्तेमाल होता है मगर पिता अपनी बेटियों को भी माँ कहकर पुकारते हैं। यानी अगर कोई पिता अपनी बेटी को माँ कहकर संबोधित करे (মা, আমার কাছে বস) तो यहाँ माँ का अर्थ पुत्री है, माता नहीं।
क्या आपकी अपनी भाषा में भी ऐसे शब्द हैं? अगर हैं तो बताएँ, मेरा और बाक़ी पाठकों का ज्ञान बढ़ेगा।
बू की तरह एक और शब्द है हिंदी में ‘सुश्री’ जिसका अर्थ लोग कुँवारी समझते हैं। लेकिन क्या इसका अर्थ केवल कुँवारी है? इसपर हम पहले चर्चा कर चुके हैं। रुचि हो तो पढ़ सकते हैं कि सुश्री किसके नाम के आगे लगाया जा सकता है।