CHAIN के लिए हिंदी में जो शब्द सबसे ज़्यादा चलता है, वह है ज़ंजीर जो फ़ारसी से आया है। एक और शब्द है जो संस्कृत से आया है और जो SERIES के लिए भी इस्तेमाल होता है। शब्द बहुत कठिन नहीं है लेकिन इसको लिखने में समस्या आती है। कुछ लोग इसे श्रृंखला लिखते हैं तो कुछ शृंखला। सही क्या है और क्यों है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
जब श्रृंखला और शृंखला पर फ़ेसबुक पर पोल किया गया तो 74% ने श्रृंखला पर वोट किया है और बाक़ी ने शृंखला पर। सही शृंखला है जो आप नीचे शब्दकोशों की एंट्रियों में भी देख सकते हैं। लेकिन क्यों इसे शृंखला लिखा जाता है और श्रृंखला नहीं, इसके बारे में हम नीचे चर्चा करते हैं।
मुझे उम्मीद है कि आप सबको क्र और कृ के उच्चारण का अंतर पता है और यह भी जानते हैं कि ऐसे उच्चारणों को कैसे लिखा जाता है। जिनको नहीं पता हो, वे जान लें कि क्र में आधा क और र (क्+र) है जबकि कृ में आधा क और ऋषि वाला ृ (क्+ृ) है जिसका उच्चारण हिंदी में रि जैसा होता है। यानी कृति का उच्चारण क्रति जैसा नहीं है, क्रिति जैसा है। इसी तरह शृंखला का उच्चारण श्रिंखला जैसा है हालाँकि वह वैसे लिखा नहीं जाता।
आइए, नीचे ऐसे ही कुछ और शब्द देखते हैं ताकि इन दो उच्चारणों में अंतर और ख़ास तौर पर शृंखला के उच्चारण के बारे में सबका कॉन्सेप्ट क्लियर हो जाए।
- क्रम और कृति (उ. क्रिति जैसा)
- ग्रह और गृह (उ. ग्रिह जैसा)
- घ्राण और घृत (उ. घ्रित जैसा)
- त्रस्त और तृण (उ. त्रिण जैसा)
- द्रव और दृश्य (उ. द्रिश्य जैसा)
- ध्रुव और धृत (उ. ध्रित जैसा)
- प्रथम और पृथ्वी (उ. प्रिथ्वी जैसा)
- ब्रज और बृहद (उ. व्रिहद जैसा)
- भ्रम और भृगु (उ. भ्रिगु जैसा)
- व्रत और वृत्ति (उ. व्रित्ति जैसा)
आपने ऊपर के शब्द देखे और पाया कि जब हम क्रम, ग्रह, त्रस्त आदि लिखते हैं तो पहला वर्ण पूरा लिखते हैं और उसके बाईं ओर नीचे एक टेढ़ी लकीर खींचते हैं।
उधर कृति, गृह और तृण आदि में हमने देखा कि हम पहला वर्ण पूरा लिखते हैं और उसके बाद नीचे ृ की मात्रा लगाते हैं। सही?
अब बात आती है शृ की जो शृंखला, शृंगार, शृंग आदि में है। क्या शृ में मौजूद ृ का उच्चारण कृति, गृह, घृत, तृण, दृश्य, धृत, पृथ्वी, बृहद, भृगु और वृत्ति में मौजूद ृ के उच्चारण से अलग है? नहीं है।
चूँकि शृंखला में मौजूद ृ का उच्चारण ऊपर के बाक़ी शब्दों में मौजूद ृ वाला ही है तो उसे उसी तरह से लिखना चाहिए जिस तरह ये शब्द लिखे जा रहे हैं – पहले पूरा वर्ण और बाद में ृ। जब हम कृति या गृह लिखते समय क्र या ग्र लिखने के बाद ृ नहीं लिखते बल्कि क और ग लिखने के बाद सीधे ृ लगाते हैं, तो फिर शृंखला लिखते समय हमें पहले श्र लिखकर बाद में ृ क्यों लगाना चाहिए? सीधे श लिखकर ृ क्यों नहीं?
मुझे उम्मीद है, मैं अपनी बात समझाने में सफल रहा हूँ। यदि अब भी आपको समझ में नहीं आई हो बात तो पहले ख़ुद कृत और घृत लिखकर देखें कि आप कैसे लिखते हैं। फिर उसी नियम को अपनाते हुए शृंग लिखें। आपको समझ में आ जाएगा।
इस पोस्ट में हमने ऋ का उच्चारण रि किया है। लेकिन कई लोग इसे रु की तरह भी बोलते हैं। क्या वे ग़लत हैं? जाने के लिए पढ़ें यह पोस्ट जो इसी विषय पर है।