Categories
आलिम सर की हिंदी क्लास शुद्ध-अशुद्ध

262. ग़लती के बाद क्या होता है – पश्चाताप या पश्चात्ताप?

कोई ग़लत काम करने या हो जाने के बाद दुखी होने के भाव को पछतावा कहते हैं। लेकिन यह पछतावा बना है एक संस्कृत शब्द से। क्या है वह शब्द – पश्चाताप या पश्चात्ताप? पश्चा के बाद पता वाला ‘ता’ है या पत्ता वाला ‘त्ता’? आज की चर्चा इसी पर है। रुचि हो तो पढ़ें।

पश्चाताप और पश्चात्ताप के बीच कौनसा शब्द सही है? जब यह सवाल फ़ेसबुक पर पूछा गया तो 79% ने पश्चाताप को सही बताया। केवल 13% ने पश्चात्ताप के पक्ष में वोट किया जबकि शेष 8% ने दोनों को सही बताया।

सही है पश्चात्ताप। क्यों? क्योंकि

  1. व्याकरण के हिसाब से यही शब्द बनता है और
  2. संस्कृत और हिंदी के सभी प्रामाणिक शब्दकोशों में पश्चात्ता ही है, पश्चाता नहीं।

पहले देखें कि व्याकरण के हिसाब से पश्चात्ताप ही क्यों सही है, पश्चाताप क्यों नहीं।

पश्चात्ताप बना है पश्चात् और ताप की संधि से। पश्चात् का अर्थ तो आपको मालूम ही होगा – बाद में। उससे ताप के मिलने से बना है पश्चात्ताप। पश्चात्+ताप=पश्चात्ताप। चूँकि पश्चात् के अंत में त् है और ताप से पहले ता है, सो दोनों के मिलने से त्ताप ही होगा, ताप नहीं (देखें चित्र)।

ज्ञान शब्दकोश में पश्तात् और ताप

पश्चात् और ताप के मिलने से पश्चाताप कैसे बनेगा?

हाँ, अगर पश्चात् की जगह पश्च हो (पश्च का भी मतलब भी ‘बाद में’ है) और उससे आताप मिलता तो पश्चाताप हो सकता था – पश्च+आताप=पश्चाताप। लेकिन मैंने संस्कृत के जानकारों से पता किया तो मालूम हुआ कि आताप जैसा कोई शब्द नहीं है। इसलिए पश्चाताप नहीं बनेगा। हाँ, पश्च और अनुताप के मिलने से पश्चानुताप बन सकता है। इसका भी वही मतलब है जो पश्चात्ताप का है।

पश्च और अनुताप से बनेगा पश्चानुताप आप्टे कोश Apte Sanskrit Dictionary
आप्टे के कोश में पश्च और अनुताप

परंतु अभी ठहरिए क्योंकि चर्चा अपने निष्कर्ष तक नहीं पहुँची है। हमें उन लोगों के पक्ष पर भी विचार करना चाहिए जो मानते हैं कि शब्दकोशों और व्याकरणों के हिसाब से भाषा नहीं बनती, भाषा के हिसाब से शब्दकोश और व्याकरण बनते हैं। इस तर्क में दम तो है।

मसलन संस्कृत में हैं ग्राम और दुग्ध। लेकिन हिंदी में हो गए गाँव और दूध। तो क्या गाँव और दूध अशुद्ध हो गए? हिंदी में ऐसे हज़ारों शब्द हैं जो संस्कृत से आए हैं लेकिन हिंदी में उनका रूप बदल गया है। तो क्या हम उन्हें अशुद्ध मानते हैं? नहीं मानते। हाँ, हिंदी में उनके लिए एक अलग श्रेणी अवश्य बना दी है – तद्भव (उससे यानी संस्कृत से बने हुए) जबकि जो शब्द संस्कृत से हूबहू आए हैं, उनको हम तत्सम (जो उसके यानी संस्कृत के समान हैं) कहते हैं।

तो क्या पश्चात्ता को तत्सम और पश्चाता को तद्भव मानते हुए हम दोनों को सही नहीं ठहरा सकते जैसे ग्राम और गाँव तथा दुग्ध और दूध, दोनों को सही ठहराते हैं?

इसपर मेरी अपनी कोई राय अभी तक बनी नहीं है हालाँकि देखने में आया है कि कुछेक कोशकार पश्चाताप को अपने कोश में जगह दे रहे हैं, जैसे राजपाल का कोश (देखें चित्र)।

राजपाल के कोश में पश्चाताप है, पश्चात्ताप नहीं।

मुझे यह नहीं पता कि राजपाल के कोशकार ने हिंदी जगत में पश्चाताप के प्रचलन और स्वीकृति को देखकर इसे स्थान दिया है या उसे ख़ुद नहीं पता कि मूल शब्द क्या है। कारण, यदि कोशकार की समझ यह है कि मूल संस्कृत शब्द पश्चात्ताप है और पश्चाताप उसका परिवर्तित और प्रचलित रूप है तो उसे पश्चाताप की एंट्री में स्रोत के रूप में मूल शब्द बताना चाहिए था। जैसे हिंदी शब्दसागर में गाँव की एंट्री में उसका स्रोत बताते हुए ग्राम का भी ज़िक्र किया गया है (देखें चित्र)।

हिंदी शब्दसागर में गाँव की एंट्री जिसमें मूल स्रोत के रूप में ग्राम दिया हुआ है।

लेकिन हैरत की बात यह है कि राजपाल के पूरे कोश में पश्चात्ताप कहीं है ही नहीं। इसी तरह प्रायश्चित्त भी नहीं है – प्रायश्चित है जबकि मूल शब्द प्रायश्चित्त ही है।

वैसे मूल शब्द चाहे जो हों, सच यही है कि हिंदी में पश्चाताप और प्रायश्चित ही चल रहे हैं और यह हमारे पोल से भी ज़ाहिर हो रहा है जिनमें क़रीब 80% ने पश्चाताप और 70% ने प्रायश्चित के पक्ष में वोट किया। कारण दोनों हो सकते हैं – व्याकरण की गहरी जानकारी का अभाव और बोलने में सुविधा। निश्चित रूप से प्रायश्चित्त के बजाय प्रायश्चित और पश्चात्ताप के बजाय पश्चाताप बोलना सुविधाजनक है। संभवतः इसी कारण से मूल संस्कृत शब्दों के ये परिवर्तित रूप हिंदी में चल निकले।

कुछ-कुछ भूमिका राजपाल जैसे कोशों की भी मानी जा सकती है। जब लोग इन शब्दों की सही स्पेलिंग खोजते होंगे तो उन्हें वहाँ पश्चाताप और प्रायश्चित ही मिलते होंगे, पश्चात्ताप और प्रायश्चित्त नहीं और वे समझते होंगे कि यही मूल शब्द हैं।

ऊपर मैंने प्रायश्चित और प्रायश्चित्त का ज़िक्र किया। यदि आप भी जानना चाहते हैं कि इन दोनों में कौनसा सही है और क्यों तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक या टैप करें।

पसंद आया हो तो हमें फ़ॉलो और शेयर करें

अपनी टिप्पणी लिखें

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Social media & sharing icons powered by UltimatelySocial