पिछली क्लास (EC 52) में हमने नियम 4a के तहत जाना था कि -tion और -sion के पहले वाले सिल्अबल पर स्ट्रेस होता है और यह भी देखा था कि इस कारण से कैसे शब्दों का उच्चारण और कभी-कभी स्पेलिंग भी बदल जाती है (Repeat=रिपीट और Repetition=रेपिटिशन)। इस क्लास में हम i और u से शुरू होनेवाले सफ़िक्स के बारे में बात करेंगे। यहाँ भी नियम वही है कि i और u से शुरू होनेवाले सफ़िक्स से पहले वाले सिल्अबल पर स्ट्रेस होता है। मगर कुछ अपवाद भी हैं। क्या हैं, जानने के लिए आगे पढ़ें।
नियम 4b कहता है कि i और u से शुरू होने वाले सफ़िक्स (प्रत्यय) के मामले में स्ट्रेस उनसे ठीक पहले वाले सिल्अबल पर पड़ता है। नीचे हम ऐसे कुछ उदाहरण देखेंगे। सबसे पहले -ual से अंत होने वाले 5 शब्द देखते हैं और इसमें हम पाएँगे कि कैसे इस नियम से शब्द का उच्चारण बदलता है।
-UAL
Ha.bit.u.al | हबीचुअल | आदी, अभ्यस्त |
Con.cep.tu.al | कन्सेप्चुअल | विचार आधारित |
Re.sid.u.al | रिज़िड्युअल | अवशिष्ट |
Con.tex.tu.al | कन्टेक्स्चुअल | सहमति से |
In.di.vid.u.al | इंडिव़िड्युअल/इंडिव़िजुअल | व्यक्तिगत |
पहला शब्द है Ha.bit.ual (आदी, अभ्यस्त) जो Hab.it (आदत) से बना है। अगर हम स्ट्रेस का नियम नहीं जानते होते तो Habit+ual को बोलते हैबिचुअल (हैबिट+उअल) – कई लोग ऐसा बोलते भी हैं। लेकिन चूँकि हमें नियम पता है, इसलिए हम Ha.bit.ual में -ual से पहले वाले सिल्अबल bit में मौजूद स्वर i पर स्ट्रेस देंगे। इस कारण उससे पहले वाला स्वर यानी a हलका हो जाएगा। हलका यानी छोटा अ। नतीजतन शब्द का उच्चारण होगा – हबिचुअल, न कि हैबिचुअल।
इसी तरह Con.cept का उच्चारण है कॉन्सेप्ट (नियम 2) मगर जब उसके पीछे -ual लग जाता है तो वह हो जाता है कन्सेप्चुअल (Con.cep.tu.al) क्योंकि स्ट्रेस – ual से पहले वाले स्वर e (cep) पर आ जाता है। फलतः उससे पहले वाला सिल्अबल Con हलका हो जाता है और उसका उच्चारण हो जाता है कन् न कि कॉन्। यही बात बाक़ी शब्दों में भी है।
अब हम बारी-बारी से शेष सफ़िक्सों के उदाहरण देखते हैं।
-IAL
Sub.stan.tial | सब्स्टेंशल | अच्छा-ख़ासा |
Po.ten.tial | पटेंशल | बीज क्षमता |
Tor.ren.tial | टरेंशल | भारी वर्षा |
Es.sen.tial | इसेंशल | अनिवार्य |
Dic.ta.to.ri.al | डिक्टटॉरिअल | निरंकुश |
-IENT
Con.ven.i.ent | कन्व़ीनिअंट | सुविधाजनक |
Re.cip.i.ent | रिसिपिअंट | पाने वाला |
O.be.di.ent | अबीडिअंट | आज्ञाकारी |
Ef.fi.cient | इफ़िशंट | कार्यकुशल |
Pro.fi.cient | प्रफ़िशंट | निपुण |
-IOUS
De.li.cious | डिलिशस* | स्वादिष्ट |
Ma.li.cious | मलिशस* | दुर्भावनायुक्त |
Con.ten.tious | कन्टेंशस | विवादात्मक |
Re.bel.lious | रिबेल्यस | विद्रोही |
Con.ta.gious | कन्टेजस | संक्रामक |
-ITY
Su.pe.ri.or.i.ty | सूपिअरिऑरिटी | श्रेष्ठता |
A.bil.i.ty | अबिलिटी | योग्यता |
Ca.pac.i.ty | कपैसिटी | सामर्थ्य |
Spe.ci.al.i.ty | स्पेशिऐलिटी | विशेषज्ञता |
Op.por.tu.ni.ty | ऑपरचुनिटी | अवसर |
-IAN
Ma.gi.cian | मजिशन | जादूगर |
Pol.i.ti.cian | पॉलिटिशन | राजनीतिज्ञ |
E.lec.tri.cian | ईलेक्ट्रिशन | बिजली मिस्त्री |
Pro.le.tar.i.an | प्रोलिटेअरिअन | श्रमजीवी संबंधी |
Veg.e.tar.i.an | व़ेजिटेअरिअन | निरामिष |
यहाँ एक बार रुककर ऊपर के शब्दों पर ग़ौर करते हैं। आपने Ma.gi.cian का उच्चारण देखा। यह Mag.ic से बना है जिसका उच्चारण हो रहा है मैजिक (नियम 2)। लेकिन उसके बाद -ian लगा तो म् के साथ लगी ऐ की मात्रा (मै) हट गई और हो गया म। Ma.gi.cian में चूँकि नियम 4b के अनुसार -cian से पहले वाला शब्दांश gi पर स्ट्रेस होगा, इसलिए उससे पहले वाले सिल्अबल में मौजूद स्वर a का उच्चारण हलका होगा। शब्द बना मजिशन।
अब फिर आगे बढ़ते हैं।
-IBLE
Con.vert.i.ble | कन्व़ऽटिबल | परिवर्तनीय |
Sus.cep.ti.ble | ससेप्टिबल | अतिसंवेदनशील |
Au.di.ble | ऑडिबल | सुने जाने योग्य |
Col.laps.i.ble | कलैप्सिबल | मोड़े जाने योग्य |
Ad.mis.si.ble | अडमिसिबल | स्वीकार योग्य |
-IC
Ter.rif.ic | टरिफ़िक | भयानक/ज़बर्दस्त |
A.tom.ic | अटॉमिक | परमाणविक |
De.mon.ic | डिमॉनिक | राक्षसी |
Al.lo.path.ic | ऐल्अपैथिक | अलॉपथी चिकित्सा संबंधी |
Pa.thet.ic | पथेटिक | दयनीय |
-URE
Ex.pend.i.ture | इक्सपेंडिचर/इक्सपेंडिचरus | ख़र्च |
Ex.po.sure | इक्सपोश्ज़र/इक्सपोश्ज़रus | अनावरण |
Con.jec.ture | कन्जेक्चर/कन्जेक्चरus | अटकल |
Ac.u.pres.sure | ऐक्यूप्रेशर/ऐक्यूप्रेशरus | इलाज की एक विधि |
Ag.ri.cul.ture | ऐग्रिकल्चर/ऐग्रिकल्चरus | कृषि |
-ICE
Ac.com.plice | अकॉम्प्लिस | कुकर्म में सहायक |
Ap.pren.tice | अप्रेंटिस | प्रशिक्षु |
Mal.ice | मैलिस | द्वेष |
i से शुरू होने वाले कुछ सिल्अबल जैसे -ite और -ive में कोई नियम नहीं है। आम तौर पर जिस शब्द के पीछे वे लगते हैं, वैसा ही नए शब्द का भी उच्चारण होता है जैसे Pro.gress=प्रग्रेस तो Pro.gres.sive=प्रग्रेसिव़। इसी तरह Op.er.ate=ऑपरेट तो Op.er.a.tive=ऑपरेटिव़। लेकिन Ex.e.cute=एक्सिक्यूट के बाद -ive लगाने पर हो जाता है Ex.ec.u.tive=इग्ज़ेक्युटिव़। Ne.gate (निगेट) में -ive लगने पर हो जाता है Neg.a.tive=नेग्अटिव़।
इसी तरह Fi.nite (फ़ाइनाइट) में स्ट्रेस -ite से पहले वाले सिल्अबल पर है (जो कि नियम 4b के अनुसार ही है) लेकिन In.fi.nite (इनफ़िनिट) में स्ट्रेस fi पर न पड़के सबसे पहले सिल्अबल In पर पड़ रहा है। नतीजतन Fi.nite में Fi का उच्चारण हो रहा है फ़ाइ (भारी) मगर In.fi.nite में Fi का उच्चारण हो रहा है फ़ि (हलका)।
-ing, -ist, -ism आदि भी इस ग्रूप से अलग हैं। उन पर दूसरा नियम चलता है जिसके बारे में बात करेंगे आगे की क्लास में।
इस क्लास का सबक़
i और u से शुरू होनेवाले सफ़िक्स वाले शब्दों में स्ट्रेस इन सफ़िक्सों से से पहले वाले सिल्अबल पर स्ट्रेस पड़ता है। यानी इन सफ़िक्स से पहले वाला सिल्अबल भारी होगा या भारी की तरह ट्रीट होगा और उससे पहलेवाला हलका होगा। इस आधार पर हम किसी शब्द का उच्चारण निकाल सकते हैं। नियम 4b के कारण ही Mag.ic (मैजिक) से Ma.gi.cian (मजिशन) और At.om (ऐटम) से A.tom.ic (अटॉमिक) हो जाता है। -ing, -ist, -ism जैसे सफ़िक्स इस ग्रूप से बाहर हैं। उनकी चर्चा अगली क्लास में।
अभ्यास
अख़बार या मैगज़ीन से ऊपर बताए गए सफ़िक्स वाले शब्द खोजें और नियम के मुताबिक़ उनके उच्चारण का अंदाज़ा लगाने का प्रयास करें और उन्हें डिक्शनरी से मिलाएँ। ऐसा शब्द नहीं खोज पाएँ तो इस साइट से -ian वाले शब्द खोजें। फिर सर्च बॉक्स में Ends with वाले खाने में एक-एक कर बाक़ी सफ़िक्स डालें। यह बॉक्स कुछ ऐसा दिखेगा (देखें चित्र)।
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चलते-चलते
ऊपर की लिस्ट में आपने Politician, Magician, Electrician आदि के उदाहरण देखे। इन सबके अंत में -cian है जिसका उच्चारण शन होता है। लेकिन अधिकतर लोग इसे सिअन या शिअन बोलते हैं जैसे इलेक्ट्रिशियन, पॉलिटिशियन आदि। लेकिन इनका उच्चारण होता है शन। -ian से अंत होने वाले शब्दों के उच्चारण के बारे में क्लास EC68 में विस्तार से बताया गया है।
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