आज की चर्चा है दान के बारे में। मुद्दा है – दान दिया जाता है या किया जाता है। जब इसके बारे में फ़ेसबुक पर एक पोल किया गया तो क़रीब तीन-चौथाई लोगों ने ‘दान करना’ के पक्ष में मतदान किया और एक-चौथाई ने ‘दान देना’ के पक्ष में मत दिया। सही क्या है, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।
सही क्या है, इसका जवाब मैंने आंशिक तौर पर ऊपर के पैरे में ही दे दिया है। ध्यान दीजिए, मैंने लिखा है मतदान किया’। मैंने यह नहीं लिखा कि मतदान दिया। मैं तो क्या, कोई नहीं लिखता कि मतदान दिया। लेकिन दान के मामले में कई लोग लिखते हैं – दान दिया।
तो क्या ‘दान दिया’ लिखना ग़लत है और ‘दान किया’ लिखना ही सही है? इसका उत्तर हम अंत में जानेंगे। पहले यह जान लें कि दान का अर्थ क्या होता है।
दान का मतलब है देना। नीचे कुछ उदाहरण देखिए।
- मतदान=मत का दान या मत देना।
- अंशदान=अंश का दान या अंश देना।
- विद्यादान=विद्या का दान या विद्या देना।
- गोदान=गाय का दान या गाय देना।
इसी तरह पान का मतलब है पीना। कुछ उदाहरण देखिए।
- रसपान=रस का पान या रस पीना
- मद्यपान=मद्य का पान या मद्य पीना
- जलपान=जल का पान या जल पीना
- चायपान=चाय का पान या चाय पीना।
अब असली सवाल। क्या आप कभी लिखेंगे कि मैंने अभी-अभी जलपान पिया है? नहीं लिखेंगे क्योंकि जलपान में मौजूद ‘पान’ का मतलब ही है पीना। अब पीना के अर्थ वाले पान के बाद फिर से ‘पिया’ है लिखने का कोई मतलब ही नहीं है। इसलिए सही वाक्य होगा – मैंने अभी-अभी जलपान ‘किया’ है। हाँ, यदि पान का इस्तेमाल नहीं करें तो तब ‘पिया’ है का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे मैंने अभी-अभी जल ‘पिया’ है।
उसी तरह जब दान (अर्थ – देना) शब्द का इस्तेमाल होगा तो उसके बाद फिर से ‘दिया’ नहीं आएगा, ‘किया’ आएगा। उदाहरण के तौर पर ‘मैंने करोना फ़ंड में दस हज़ार रुपये दान किए हैं’ होना चाहिए न कि ‘मैंने करोना फ़ंड में दस हज़ार रुपये दान दिए हैं’। हाँ, अगर दान शब्द का इस्तेमाल नहीं करें तो वाक्य इस तरह बन सकता है – मैंने करोना फ़ंड में दस हज़ार रुपये दिए हैं।
दान और पान की तरह एक और शब्द है गान जिसके साथ करना लगाने पर उसका अर्थ होता है गाना (to sing)। हिंदी में ‘गान करना’ का प्रयोग प्रचलित नहीं है और उसकी जगह उसका आसान विकल्प गाना (क्रिया) ही चलता है। यानी किसी से गाने की फ़रमाइश करनी हो तो हम उसे ‘गान करो’ नहीं कहेंगे, कहेंगे ‘गाओ’। लेकिन बाँग्ला में ‘गाओ’ के लिए ‘गान करो’ चलता है।
लेकिन यहाँ एक पेच है। गान का एक और अर्थ है (संज्ञा के रूप में) गाना यानी गीत जिसके लिए अंग्रेज़ी में शब्द हैं song।
इसको हम राष्ट्रगान के उदाहरण से समझते हैं। अगर राष्ट्रगान का मामला हो तो उसके लिए क्या लिखा जाएगा – उसने राष्ट्रगान गाया या उसने राष्ट्रगान किया?
यहाँ ‘उसने राष्ट्रगान गाया’ ही होगा क्योंकि यहाँ राष्ट्रगान का अर्थ है एक ख़ास तरह का गीत। इसलिए जैसे गीत के साथ गाया लगता है (गीत गाया पत्थरों ने), वैसे ही राष्ट्रगान के साथ गाया ही होगा, किया नहीं।
अब हम फिर से दान पर आते हैं। दान का एक अर्थ ‘देना’ है, यह हमने ऊपर जाना। लेकिन अगर दान का अर्थ वह वस्तु हो जो हम देते हैं तो क्या ‘दान देना’ नहीं लिखा जा सकता? दूसरे शब्दों में जब गान का अर्थ वह गीत हो जो हम गाते हैं और इसीलिए ‘राष्ट्रगान गाया’ को हम सही मानते हैं तो जब दान का अर्थ वह वस्तु हो जो हम देते हैं, तो वहाँ भी ‘दान दिया’ क्यों नहीं हो सकता?
नीचे तीन वाक्य देखिए।
- क्या तुमने करोना फ़ंड में दान (Donation) दिया है?
- क्या तुमने करोना फ़ंड में दान किया है (Donated)?
- करोना फ़ंड में तुमने कितना पैसा दान किया है (Donated)?
ऊपर के तीन वाक्यों में पहले वाक्य में दान संज्ञा के रूप में आया है, बाक़ी दो में क्रिया के रूप में आया है। इसीलिए पहले वाक्य में दिया है, बाक़ी के दो वाक्यों में किया है।
यदि संज्ञा-क्रिया का चक्कर आपको उलझा देता है तो इसे दो वाक्यों में इस तरह समझिए।
क. यदि दान शब्द से पहले दी जाने वाली वस्तु का ज़िक्र है तो वहाँ किया ही होगा। जैसे मतदान किया, विद्यादान किया, संपत्ति दान की, श्रमदान किया, रुपया दान किया आदि (ऊपर देखें – वाक्य 3)।
ख. यदि दान से पहले किसी वस्तु का ज़िक्र नहीं है तो दान देना भी हो सकता है और दान करना भी। पहले मामले में दान संज्ञा के रूप में होगा (ऊपर देखें – वाक्य 1), दूसरे में ‘दान करना’ क्रिया के रूप में होगा (ऊपर देखें – वाक्य 2)।
चर्चा समाप्ति से पहले एक बार ख़ुद की परीक्षा लें यह जानने के लिए कि क्या आप आज की क्लास को अच्छी तरह समझ पाए हैं। बताइए, योगदान के बाद क्या होगा – किया या दिया।
आपका जवाब सही है या ग़लत, यह जानने के लिए ऊपर क वाला पैरा फिर से पढ़ें।