‘लगे रहो मुन्नाभाई’ फ़िल्म से एक शब्द मशहूर हुआ – गाँधीगिरी जिसे कुछ लोग गाँधीगीरी भी लिखते हैं। इसी तरह दादागिरी भी चलता है और दादीगीरी भी। प्रश्न यह है कि इन दोनों में से कौनसा रूप सही है – गिरी वाला या गीरी वाला। इसका जवाब हमें फ़ारसी में मिल सकता है जहाँ से यह प्रत्यय हिंदी में आया है। लेकिन फ़ारसी में न तो गिरी है, न ही गीरी। वहाँ गरी है। यह गरी हिंदी में गिरी या गीरी कैसे हुआ, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।
सवाल है कि गाँधीगिरी, नेतागिरी, चमचागिरी और दादागिरी लिखना सही है या गाँधीगीर, नेतागीरी, चमचागीरी और दादागीरी। इस विषय पर फ़ेसबुक पर जो पोल किया था, उसके अनुसार 71% ने ‘गिरी’ को सही बताया था जबकि 29% ‘गीरी’ के पक्ष में थे।
मेरी राय पूछें तो मैं भी बहुमत की राय से सहमत हूँ। ‘गिरी’ और ‘गीरी’ के बीच चुनना हो तो ‘गिरी’ को ही सही मानूँगा। लेकिन अगर कोई तीसरा विकल्प चुनने का अवकाश हो तो मैं कहूँगा कि न ‘गिरी’ सही है, न ‘गीरी’। सही कुछ और है। क्या है वह?
शब्दसागर में ‘गिरी’ है
हमेशा की तरह सबसे पहले मैंने हिंदी शब्दसागर की शरण ली और उसमें वे शब्द खोजे जिनके अंत में फ़ारसी का ‘गिरी’ प्रत्यय लगा है। ऑनलाइन शब्दसागर में मुझे नेतागिरी, चमचागिरी दादागिरी जैसे शब्द तो नहीं मिले (जब यह शब्दकोश तैयार हो रहा था, तब ये शब्द नहीं जन्मे होंगे) लेकिन मुंशीगिरी, बढ़ईगिरी, पटवारगिरी, चाँचियागिरी जैसे शब्द मिले जो किसी-न-किसी काम या पेशे के द्योतक हैं (देखें चित्र)।
लेकिन हैरानी की बात यह है कि इन सभी प्रविष्टियों में मूल फ़ारसी प्रत्यय अलग-अलग बताया गया है – कहीं ‘गरी’, कहीं ‘गिरी’ और कहीं ‘गीरी’। जैसे –
- पटवारगिरी (फ़ा. गरी)
- मुंशीगिरी (फ़ा. गिरी)
- बढ़ईगिरी (फ़ा. गिर+ई)
- चाँचियागिरी (फ़ा. गीरी)
यह बात मुझे जमी नहीं कि काम या पेशे का अर्थ देने के लिए फ़ारसी में तीन-तीन मिलते-जुलते प्रत्यय होंगे – ‘गरी’, ‘गिरी’ और ‘गीरी’। इसलिए मैंने पहले मद्दाह का उर्दू-हिंदी शब्दकोश और फिर स्टाइनगैस का ऑनलाइन फ़ारसी-अंग्रेज़ी शब्दकोश देखा ताकि पता चले कि उर्दू और फ़ारसी में क्या है।
फ़ारसी में ‘गिरी’ है ही नहीं
दोनों ही शब्दकोशों से मुझे एक ही बात पता चली कि फ़ारसी में ‘गिरी’ प्रत्यय है ही नहीं। अगर है तो ‘गीरी’ है या फिर ‘गरी’ है।
तो क्या हिंदी का जो ‘गिरी’ प्रत्यय लगा है, वह फ़ारसी के ‘गीरी’ या ‘गरी’ का बदला हुआ रूप है? संभव है। लेकिन किसका – ‘गीरी’ का या ‘गरी’ का? इसके लिए हमें फ़ारसी में ‘गीरी’ और ‘गरी’ के उपयोग का ट्रेंड देखना होगा।
पहले ‘गीरी’ देखते हैं। फ़ारसी में ‘गीरी’ है जो ‘गीर’ में ‘ई’ लगने से बना है। लेकिन क्या इस ‘गीरी’ का अर्थ पेशा है? आइए, कुछ शब्दों पर ग़ौर करते हैं जिनमें से कुछ आपके जाने-पहचाने होंगे, कुछ अपरिचित।
- जहाँगीर – विश्वविजयी
- आलमगीर – विश्वविजयी
- राहगीर – यात्री
- दस्तगीर – सहायक, रक्षक, मददगार
- ख़बरगीर – देखभाल करने वाला
- दिलगीर – दुखी
शब्दकोशों के अनुसार फ़ारसी का ‘गीर’ प्रत्यय लेने, पकड़ने, जकड़ने, कब्ज़ा करने आदि अर्थों में इस्तेमाल होता है। ऊपर के सारे शब्दों में इन्हीं अर्थों की आप छाप देखेंगे। आलमगीर और जहाँगीर में दुनिया पर कब्ज़ा करने (पकड़ने) का अर्थ है, राहगीर में राह पकड़ने का अर्थ है, ख़बरगीर में ख़बर रखने या लेने का अर्थ है और दिलगीर में हृदय या मन के उदासी में जकड़ने का अर्थ है। इसके अलावा गीर प्रत्यय वाले और भी ढेरों शब्द हैं जिनमें पकड़ने का अर्थ और अधिक स्पष्ट है।
- बग़लगीर – गले मिलने वाला
- जामगीर – जाम पकड़ने वाला
- आतिशगीर – आग पकड़ने वाला
- शाहगीर – राजाओं को पकड़ने वाला
- शेरगीर – शेरों को पकड़ने वाला
इन सबसे क्या निष्कर्ष निकलता है? मेरे अनुसार यही कि ‘गीर’ का चाहे जो अर्थ हो, काम, पेशा या कौशल तो बिल्कुल ही नहीं है।
उर्दू में मुंशीगरी, हिंदी में मुंशीगिरी
अब हम आते हैं ‘गरी’ पऱ। देखें कि क्या ‘गिरी’ ‘गरी’ से बना है? इसका जवाब हमें हिंदी और उर्दू-फ़ारसी शब्दकोशों की तुलना करने से मिल जाएगा।
शब्दसागर में मुंशीगिरी है, लेकिन मद्दाह में मुंशीगरी है। कीमियागरी (रसायन बनाने की विद्या या काम) दोनों में है। मद्दाह में खुन्यागरी (गाने का काम) भी है।
मद्दाह के शब्दकोश में ‘गरी’ वाले और भी शब्द होंगे परंतु मेरे पास उसका प्रिंटेड संस्करण है और उसमें ‘गरी’ या ‘गिरी’ से अंत होने वाले सारे शब्द खोजने के लिए मुझे एक-एक पन्ना और एक-एक शब्द पढ़ना होता जो कि बहुत ही श्रम- और समयसाध्य कार्य होता। इसलिए ‘गरी’ वाले और शब्द खोजने के लिए मैंने स्टाइनगैस के ऑनलाइन शब्दकोश की मदद ली जो यूनिवर्सिटी ऑव शिकागो की साइट पर उपलब्ध है। इस प्रयास में मुझे आतिशगरी, आहनगरी, जादूगरी, बाज़ीगरी, दरियागरी, दर्ज़ीगरी, रफ़ोगरी, रोग़नगरी, रेख़तागरी, ज़रगरी, नेज़ागरी, सौदागरी, कारीगरी, कीमियागरी आदि अनेक शब्द मिले।
आप देखेंगे कि ये सारे के सारे शब्द किसी काम या कौशल के परिचायक हैं। इनमें से अधिकतर शब्द हिंदी में नहीं चलते लेकिन जादूगरी, बाज़ीगरी, सौदागरी, कारीगरी से तो हम अच्छी तरह वाक़िफ़ हैं और ये शब्द कैसे बने, यह भी आसानी से समझ सकते हैं। जादू करने वाला जादूगर और उसकी विद्या या पेशा हुआ जादूगरी। इसी तरह सौदा करने वाला सौदागर और उसका काम हुआ सौदागरी। वही मामला बाक़ी सबमें भी है।
इन सारे शब्दों की निर्माण प्रक्रिया एक जैसी है। किसी कार्यसूचक शब्द के साथ ‘गर’ लगा जिसका अर्थ हुआ, वह कार्य करने वाला। फिर उस ‘गर’ के साथ ‘ई’ लगा तो अर्थ हुआ, उस कार्य से जुड़ा पेशा या कौशल।
निष्कर्ष : गिरी बना है गरी से
चलिए, अब किसी निष्कर्ष पर पहुँचा जाए। ऊपर हमने जो पढ़ा, उसे इन छह बिंदुओं में समेटा जा सकता है।
1. हिंदी में जो ‘गिरी’ प्रत्यय है, उसका स्रोत फ़ारसी है।
2. लेकिन फ़ारसी में ‘गिर/गिरी’ प्रत्यय नहीं है। वहाँ ‘गीर/गीरी’ या ‘गर/गरी’ प्रत्यय हैं।
3. ‘गीरी’ का अर्थ पेशा या कौशल नहीं है। उसका संबंध लेने, पकड़ने, जकड़ने, कब्ज़ा करने आदि से है।
4. ‘गर’ और ‘गरी’ ऐसे प्रत्यय हैं जो काम और पेशे से जुड़े हैं। मुंशीगरी, कारीगरी, बाज़ीगरी, सौदागरी इसके कुछ उदाहरण हैं जो हिंदी में भी चलते हैं।
6. कुछ शब्दों में रूप नहीं बदला जैसे कारीगरी, जादूगरी, बाज़ीगरी, सौदागरी। इसका कारण यह कि फ़ारसी मूल के इन शब्दों के कर्ता रूप यानी कारीगर, जादूगर, बाज़ीगर, सौदागर आदि हिंदी में प्रचलित थे।
अब अंतिम सवाल। क्या इस पोस्ट के आधार पर हम यह कह सकते हैं कि नेतागिरी, चमचागिरी या दादागिरी आदि ग़लत हैं? नहीं। ग़लत इसलिए नहीं कि ‘गिरी’ भले ही ‘गरी’ का परिवर्तित रूप हो लेकिन अब वह हिंदी में स्वीकार हो गया है और ‘गिरी’ को हम हिंदी के अपने प्रत्यय के तौर पर मान सकते हैं।
आपमें से कुछ लोगों का ध्यान पोस्ट में आए चाँचियागिरी शब्द पर अटका होगा कि आख़िर इसका अर्थ क्या है। साथ की तस्वीर में उसका अर्थ देख सकते है। अगर आप वहाँ नहीं पढ़ पा रहे हों तो मैं बता देता हूँ। चाँचियागिरी का अर्थ है – चोरी और डाके का धंधा।