Apply (अप्लाइ), Appear (अपियर), Abide (अबाइड), Arrest (अरेस्ट), Allow (अलाउ), Accept (अक्सेप्ट), Attack (अटैक), Announce (अनाउंस) आदि में A का उच्चारण ‘अ’ होता है। क्यों होता है? क्योंकि ये सारे वर्ब हैं और स्ट्रेस का दूसरा नियम कहता है कि क्रिया के मामले में स्ट्रेस दूसरे सिल्अबल (हिस्से) पर पड़ता है। स्ट्रेस के दूसरे नियम के बारे में और अधिक जानने के लिए आगे पढ़ें।
स्ट्रेस का दूसरा नियम इस प्रकार है।
दो सिल्अबल (स्वर या स्वर समूह) वाले शब्दों में
1. नाउन और ऐजिक्टिव हों तो –
स्ट्रेस पहले सिल्अबल पर पड़ता है जो भारी होता है और उस कारण दूसरा सिल्अबल हलका हो जाता है।
2. व़र्ब हो तो –
स्ट्रेस दूसरे सिल्अबल पर पड़ता है इसलिए वह भारी होता है और उस कारण पहला सिल्अबल हलका हो जाता है।
- ऊपर के चित्र में देखेंगे तो पाएँगे कि इन सभी शब्दों में दो सिल्अबल (स्वर या स्वर समूह) हैं, वे सभी verb हैं और इसलिए स्ट्रेस दूसरे सिल्अबल पर पड़ रहा है।
नतीजतन पहले सिल्अबल का उच्चारण हलका यानी छोटा ‘अ’ हो रहा है। अगर ये नाउन या ऐजिक्टिव होते तो इनका उच्चारण भारी यानी आ, आऽ, ऑ, ए या ऐ होता क्योंकि तब स्ट्रेस पहले सिल्अबल पर होता। इसका एक उदाहरण है Ap.ple जो नाउन है। नाउन में स्ट्रेस पहले हिस्से पर होता है सो A का उच्चारण यहाँ भारी होता है – ऐपल, न कि अपल।
स्ट्रेस और सिल्अबल के बारे में विस्तार से जानने के लिए पढ़ें EC48 या नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक/टैप करें।