प्रचलित नियमों के विरुद्ध किसी को पैसे की अदायगी में या और किसी तरह की छूट दी जाए, तो उसे क्या कहते हैं – रियायत या रिआयत? अधिकतर लोग रियायत ही कहेंगे। लेकिन क्या यह सही है? जानने के लिए पढ़ें यह शब्दचर्चा।
प्रचलित नियमों के विरुद्ध किसी को पैसे की अदायगी में या और किसी तरह की छूट दी जाए, तो उसे क्या कहते हैं – रियायत या रिआयत? अधिकतर लोग रियायत ही कहेंगे। लेकिन क्या यह सही है? जानने के लिए पढ़ें यह शब्दचर्चा।
‘बजाय’ सही है या ‘बजाए’? जब इसके बारे में एक फ़ेसबुक पोल किया गया तो तीन-चौथाई लोगों ने ‘बजाय’ को सही बताया। शेष ने ‘बजाए’ या दोनों को सही बताया। क्या वाक़ई बजाय सही और बजाए ग़लत है? जानने में रुचि हो तो पढ़ें।
‘भौं’ सही है या ‘भौंह’? जब इसके बारे में एक फ़ेसबुक पोल किया गया तो 90% लोगों ने भौंह के पक्ष में राय दी। भौं को सही बताने वालों की तादाद केवल 1% रही। शेष 9% ने दोनों को सही बताया। क्या वाक़ई भौंह सही है और भौं ग़लत है? जानने में रुचि हो तो पढ़ें।
धनिया की चटनी या धनिये की चटनी? जब यह सवाल फ़ेसबुक पर पूछा गया तो 60% लोगों ने कहा – ‘धनिये’ की चटनी जबकि शेष 40% के अनुसार ‘धनिया’ की चटनी सही है। रोचक बात यह है कि ये दोनों प्रयोग सही हैं। कैसे यह, जानने के लिए आगे पढ़ें।
सामान ख़रीदने वाले को ‘ख़रीददार’ कहेंगे या ‘ख़रीदार’? पहली नज़र में ‘ख़रीददार’ ही सही लगता है लेकिन क्या कारण है कि हिंदी-उर्दू-फ़ारसी के सारे शब्दकोश ‘ख़रीदार’ को सही बताते हैं! आख़िर ख़रीद से ख़रीदार कैसे बन सकता है, आज की चर्चा इसी पर है। रुचि हो तो पढ़ें।