हमारे देश के नेताओं को झूठे वादे करने में… महारथ हासिल है या महारत हासिल है? जब यह सवाल फ़ेसबुक पर पूछा गया तो 68% ने महारत और 32% ने महारथ पर वोट किया। सही क्या है और क्यों है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
सही है महारत जो माहिर से बना है। माहिर का मतलब आप जानते ही होंगे – कुशल, दक्ष। महारत का अर्थ है कुशलता, दक्षता।
उर्दू में इस तरह के और भी कई उदाहरण हैं जैसे जाहिल (अनपढ़) से जहालत (अशिक्षा), नफ़ीस (सुंदर, निर्मल, कोमल) से नफ़ासत (सुंदरता, निर्मलता, कोमलता), ज़लील (जिसका अपमान हुआ हो) से ज़लालत (अपमान), अमीन (अमानत रखने वाला, विश्वसनीय) से अमानत (धरोहर) आदि।
मुझे लगता है, जिन लोगों ने महारथ को सही बताया, वे महारथी से भ्रमित हो गए। उनको लगा होगा कि जैसे महारथी का अर्थ बड़ा भारी योद्धा होता है, वैसे ही महारथ का अर्थ होता होगा महारथी के स्तर की दक्षता।
वैसे रोचक बात यह है कि महारथी भी मूल शब्द नहीं है। वह महारथ का परिवर्तित रूप है (देखें चित्र) और महारथ का वही अर्थ है जो हम महारथी का समझते हैं। शब्दकोश के अनुसार महारथ वह बहुत बड़ा योद्धा है जो अकेला दस सहस्र (हज़ार) योद्धाओं से लड़ सके।
ध्यान दीजिए – मैंने सहस्र लिखा है, सहस्त्र नहीं। कई लोग सहस्र (स+ह+स्+र) की जगह सहस्त्र (स+ह+स्+त्र) लिखते और बोलते हैं जो कि ग़लत है। इस विषय में हम क्लास 23 में विस्तार से चर्चा कर चुके हैं। रुचि हो तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक या टैप करके पढ़ सकते हैं।