स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर। बचपन से यही पढ़ता आया था और आपने भी यही पढ़ा होगा। लेकिन कुछ साल पहले मालूम हुआ कि सम्राट का स्त्रीलिंग साम्राज्ञी नहीं है। यानी अब तक जो पढ़ा है, सब ग़लत है। तो सही क्या है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
आलिम सर की हिंदी क्लास यानी हिंदी शब्दों और व्याकरण से जुड़ी दुविधाओं का आसान भाषा में समाधान।
स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर। बचपन से यही पढ़ता आया था और आपने भी यही पढ़ा होगा। लेकिन कुछ साल पहले मालूम हुआ कि सम्राट का स्त्रीलिंग साम्राज्ञी नहीं है। यानी अब तक जो पढ़ा है, सब ग़लत है। तो सही क्या है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
पेच शब्द सुना है आपने? नहीं सुना! लेकिन इससे मिलता-जुलता पेंच शब्द ज़रूर सुना होगा जो कुश्ती में लगता है, पतंगबाज़ी में लगता है, फ़र्नीचर में लगता है और हाँ, आँखों-आँखों में भी लड़ाया जाता है। सारी बातें ठीक है, बस एक गड़बड़ है। क्या है वह गड़बड़, जानने के लिए आगे पढ़ें।
किसी बात को बहुत ज़्यादा बढ़ा-चढ़ाकर कहने के लिए हिंदी में जो शब्द है, वह अतिशयोक्ति है या अतिश्योक्ति? जब मैंने यही सवाल फ़ेसबुक पर पूछा था तो 53% ने ग़लत विकल्प चुना। आख़िर क्यों ज़्यादातर लोगों को हिंदी शब्दों की स्पेलिंग और उच्चारण की ग़लत जानकारी है और कैसे वे इसमें सुधार कर सकते हैं, यह जानना हो तो आगे पढ़ें।
स्वर्ग का उलटा क्या है – नरक या नर्क? इस प्रश्न के जवाब में 54 प्रतिशत ने नर्क के पक्ष में वोट दिया, 46 प्रतिशत ने नरक के पक्ष में। आपको क्या लगता है, सही क्या है? जानने के लिए आगे पढ़ें।
जब शुद्धिकरण और शुद्धीकरण पर पोल किया गया तो मुझे पूर्वाभास था कि अधिकतर लोग शुद्धिकरण को ही सही बताएँगे क्योंकि हर जगह यही लिखा जाता है। शब्दकोशों में भी यही है। लेकिन क्या यह सही है? जानने के लिए आगे पढ़ें।