आज की चर्चा एक ऐसे शब्द के बारे में है जो साल में केवल एक बार बोला-पढ़ा-सुना जाता है लेकिन जब बोला जाता है तो वह मौक़ा होता है बहुत ख़ास। वह शब्द है प्राचीर। हर साल 15 अगस्त को देश के नाम प्रधानमंत्री के संदेश की ख़बर देते समय टीवी चैनलों, वेबसाइटों या अख़बारों में यह वाक्य बोला या लिखा जाता है। सवाल इस प्राचीर से पहले लगने वाले परसर्ग के बारे में है। यह ‘की’ होगा या ‘के’ होगा? प्राचीर स्त्रीलिंग है या पुल्लिंग?