वाल्मीकि रामायण में भरत की माँ का नाम कैकेयी लिखा हुआ है। रामचरितमानस में कहीं कैकेई तो कहीं कैकई लिखा हुआ है। ऐसे में किसी के भी मन में प्रश्न उठ सकता है कि सही क्या है। अगर कैकेयी सही है क्योंकि वाल्मीकि रामायण पहले लिखी गई है तो तुलसीदास ने उसे बिगाड़कर कैकेई या कैकई क्यों किया? आइए, आज की क्लास में पता करने की कोशिश करते हैं कि सच्चाई क्या है।