कूपमंडूक की कथा तो आप जानते ही होंगे। इसमें एक जानवर की कहानी के बहाने ऐसे लोगों पर व्यंग्य किया गया है जो अपने आसपास के जगत को ही ध्रुवसत्य और सर्वश्रेष्ठ समझते हैं। इस कथा में जो मंडूक शब्द आया है, उसके हिंदी में अलग-अलग रूप प्रचलित हैं। कोई मेढक कहता है तो कोई मेंढक। कुछ लोग मेंडक भी कहते हैं और कुछ मेढ़क भी (देखें चित्र)। यह चर्चा इसी पर है कि मंडूक के लिए सही शब्द कौनसा है। रुचि हो तो पढ़ें।