शीर्षक को देखकर आप संभवतः सोच रहे होंगे कि यह भी क्या सवाल हुआ। साँस स्त्रीलिंग है और इसीलिए ‘फूलती है’ ही लिखा जाएगा। साँस फूलता है – यह तो वही कहेगा जिसे साँस का लिंग नहीं मालूम। लेकिन अगर ऐसा है तो हिंदी का सबसे प्रामाणिक शब्दकोश हिंदी शब्दसागर ‘साँस फूलने लगा’ को सही क्यों बता रहा है?