कुछ शब्द दो-दो तरीक़ों से लिखे जाते हैं। जैसे हर्षवर्धन-हर्षवर्द्धन। ज्ञानवर्धक-ज्ञानवर्द्धक। अर्ध-अर्द्ध। पूर्वार्ध/उत्तरार्ध और पूर्वार्द्ध/उत्तरार्द्ध। इन शब्दों के एक रूप में केवल ‘ध’ है, दूसरे रूप में ‘द्’ और ‘ध’ मिले हुए (द्ध) हैं। ऐसे में किसी के भी मन में सवाल उठ सकता कि कौनसा सही है। आज की चर्चा इसी पर है। रुचि हो तो पढ़ें।