आप जानते होंगे कि हिंदी में कई शब्द ऐसे हैं जो संस्कृत से आए हैं। कुछ अपने शुद्ध रूप में तो कुछ अपना रूप बदलकर। जैसे ग्राम और गाँव, पत्र और पत्ता, दुग्ध और दूध। हिंदी में ये दोनों ही तरह के शब्द चलते हैं – शुद्ध यानी तत्सम और परिवर्तित यानी तद्भव। लेकिन एक शब्द ऐसा है जो देखने-पढ़ने से लगता है बिल्कुल संस्कृत शब्द जैसा मगर है नहीं। वह है संगठन। संगठन जैसा कोई शब्द संस्कृत में नहीं है और जो है या जिससे यह शब्द बना है, उसके बारे में 90% को मालूम ही नहीं। क्या है वह शब्द, जानने के लिए आगे पढ़ें।