Categories
आलिम सर की हिंदी क्लास शुद्ध-अशुद्ध

45. आशीर्वाद के बोल – आयुष्मान् भव: या आयुष्मान् भव?

यह क्लास संस्कृत के एक आशीष वाक्य से जुड़ी है। इसमें एक शब्द आता है – वह भव है या भवः, यही है सवाल। अधिकतर लोग इसे भवः लिखते-बोलते हैं जो कि हमारे पोल से भी सामने आया। एक सीरियल के नाम में भी भवः ही था। लेकिन क्या यह सही है, जानने के लिए आगे पढ़ें।

Categories
आलिम सर की हिंदी क्लास शुद्ध-अशुद्ध

44. धुआँ पिया (धूमपान) या धुएँ जैसा (धूम्रपान) कुछ लिया?

धूम्रपान सही है या धूमपान? अधिकतर लोग कहेंगे – धूम्रपान। शायद आप भी। हमारे फ़ेसबुक पोल में भी यही नतीजा आया जब 88% के विशाल बहुमत ने कहा – धूम्रपान। धूमपान के समर्थक केवल 12% थे। सही क्या है, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।

Categories
आलिम सर की हिंदी क्लास शुद्ध-अशुद्ध

43. सौ-सौ बार नमन करें मगर शत को शत् न करें

कुछ लोगों का शग़ल होता है कि हर महापुरुष की जयंती या पुण्यतिथि पर उनको याद करें, भले ही उन्हें उनके बारे में या उनके विचारों के बारे में रत्तीभर भी पता न हो। इस दौरान वे जिस वाक्य का इस्तेमाल करते हैं, वह है ‘शत-शत नमन’ लेकिन अधिकतर लिखते हैं ‘शत्-शत् नमन’ जो कि ग़लत है। क्यों ग़लत है, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।

Categories
आलिम सर की हिंदी क्लास शुद्ध-अशुद्ध

42. ‘सचाई’ की राह पर चलें या ‘सच्चाई’ की राह पर?

आज की क्लास एक ऐसी ख़ूबी पर है जो हर इंसान दूसरे में तलाशता है लेकिन जब अपना मौक़ा आता है तो उससे परहेज़ करता दिखता है। यह ख़ूबी है सच के प्रति अपनी निष्ठा की। सवाल बस यह है कि इसे कैसे लिखेंगे या बोलेंगे – सचाई या सच्चाई?

Categories
आलिम सर की हिंदी क्लास शुद्ध-अशुद्ध

41. लाख रुपये मिल जाएँ तो ‘पति’ बन जाता है ‘पती’

पति कैसे लिखते हैं, आप जानते होंगे। लेकिन जब उसके आगे लख (लाख का छोटा रूप) आ जाता है तो लखपति होगा या लखपती? जब इसपर फ़ेसबुक पर एक पोल किया गया तो क़रीब तीन-चौथाई ने कहा – लखपति, एक-चौथाई ने कहा – लखपती। सही क्या है और क्यों है, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।

Social media & sharing icons powered by UltimatelySocial