कुछ शब्द ऐसे होते हैं जो बोलचाल में कम इस्तेमाल होते हैं मगर लिखने में उनका प्रयोग होता है। आज की चर्चा एक ऐसे ही एक शब्द के बारे में है जो संस्कृत से आया है और जिसका अर्थ है शाम का वक़्त। कुछ लोग इसे सायंकाल लिखते हैं और कुछ लोग सांयकाल। यानी कुछ लोग ‘सा’ पर बिंदी लगाते हैं तो कुछ लोग ‘य’ पर। आख़िर सही क्या है, इसी पर है आज की चर्चा। साथ ही इसके उच्चारण पर भी की गई है बात की गई है। रुचि हो तो आगे पढ़ें।