बंगाल के विश्वविख्यात फ़िल्म निर्देशक का नाम सत्यजित रे है या सत्यजित राय? जब यह सवाल मैंने फ़ेसबुक पर पूछा तो 61% ने कहा – रे। 39% की राय थी कि उनका सरनेम ‘राय’ है। सही जवाब है – राय। इस ‘राय’ का का ‘रे’ कैसे हुआ, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।
बंगाल के विश्वविख्यात फ़िल्म निर्देशक का नाम सत्यजित रे है या सत्यजित राय? जब यह सवाल मैंने फ़ेसबुक पर पूछा तो 61% ने कहा – रे। 39% की राय थी कि उनका सरनेम ‘राय’ है। सही जवाब है – राय। इस ‘राय’ का का ‘रे’ कैसे हुआ, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।
लैला के आशिक़ को कौन नहीं जानता? हाँ, उसका असली नाम बहुत से लोग नहीं जानते होंगे। मगर जिस नाम से वह मशहूर है, उसके बारे में भी भ्रम है कि वह कैसे लिखा जाए – मजनू या मजनूँ। इस विषय में फ़ेसबुक पर हुए एक पोल में 62% ने कहा, मजनूँ, 38% ने कहा – मजनू। सही क्या है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
किसी किताब के पहले पन्ने या आवरण को क्या कहते हैं – मुखपृष्ठ या मुख्यपृष्ठ? पहली नज़र में मुख्यपृष्ठ ही सही लगता है क्योंकि आवरण किसी भी किताब का मुख्य पन्ना होता है। लेकिन सही है मुखपृष्ठ। क्यों, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।
क्या कभी आपने सोचा है कि जब पाँचवाँ, सातवाँ, आठवाँ आदि के अंत में ‘वाँ’ है तो चार और छह से बनने वाले क्रमसूचक शब्दों में ‘वाँ’ क्यों नहीं है? चौथा को हम चारवाँ और छठा को छहवाँ या छठवाँ क्यों नहीं बोलते? जानने के लिए आगे पढ़ें।
पश्चिम बंगाल के मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी जिन्हें लोग दादा कहकर भी बुलाते हैं, उनके नाम के बारे में बहुत भ्रम है। चूँकि उनके नाम की अंग्रेज़ी स्पेलिंग में ‘v’ है, इसलिए हिंदी में उन्हें सौरव लिखा जाता है। लेकिन उनका नाम सौरभ है। फिर अंग्रेज़ी नाम में Saurabh के बजाय Saurav क्यों है, जानने के लिए आगे पढ़ें।