विजय प्राप्त करने वाले को विजेता कहते हैं। इसी तरह नेतृत्व करने वाले को नेता और अभिनय करने वाले को अभिनेता कहते हैं। क्रय-विक्रय (ख़रीद-बिक्री) करने वाले को भी क्रेता और विक्रेता कहते हैं। तो फिर रचना करने वाले को क्या कहेंगे? रचेता या कुछ और? इस क्लास में यही बताया गया है। रुचि हो तो आगे पढ़ें।
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रंगरलियाँ या रंगरेलियाँ? हिंदी के प्रामाणिक शब्दकोश रंगरलियाँ को सही बताते हैं लेकिन जब आप कंप्यूटर पर लिखने बैठें तो आपके सिस्टम में लोड किया हुआ शब्दकोश उसके नीचे लाल रेखा खींच देता है। वह रंगरेलियाँ को सही ठहराता है। गानों में रंगरेलियाँ और रंगरलियाँ दोनों हैं। वेबसाइटों और चैनलों पर भी यही हाल है। ऐसे में किसे सही मानें और किसे ग़लत, जानने के लिए आगे पढ़ें।
फ़ारसी का एक शब्द है ‘बू’ जिसका हिंदी में भी इस्तेमाल होता है दुर्गंध के अर्थ में। लेकिन अगर ‘बू’ का अर्ध दुर्गंध है तो फिर बदबू (बद-बू जिसमें बद का अर्थ है ख़राब) का अर्थ क्या है? और ख़ुशबू (ख़ुश-बू) का? तो क्या बू का अर्थ सिर्फ़ गंध है? जानने के लिए आगे पढ़ें।
श्राप और शाप – इन दोनों का एक ही मतलब है। ‘श्राप’ संस्कृत का है और ‘शाप’ हिंदी का – कुछ साल पहले तक मैं यही समझता था। मैं ही नहीं, एक फ़ेसबुक पोल के अनुसार क़रीब 40% हिंदीभाषी यही समझते हैं। लेकिन सच्चाई क्या है? शाप से श्राप बना है या श्राप से शाप, जानने के लिए आगे पढ़ें।
हिंदी के कुछ शब्द ऐसे हैं जो अंग्रेज़ी शब्दों के अनुवाद के उद्देश्य से बनाए गए हैं। ऐसा ही एक शब्द Multipurpose के लिए बनाया गया है। लेकिन उस शब्द केअलग-अलग रूप चलते हैं। बहुउद्देश्यीय, बहुउद्देशीय, बहुद्देश्यीय और बहुद्देशीय। इनमें से कौनसा सही है और कौनसा ग़लत, इसपर विवाद है। कुछ लोग कहते हैं कि ये सारे-के-सारे ग़लत हैं। क्या है सारा मामला, इसके बारे में जानने के लिए आगे पढ़ें।