Categories
आलिम सर की हिंदी क्लास शुद्ध-अशुद्ध

127. रचना करने वाले को ‘रचेता’ कहेंगे या ‘रचयिता’?

विजय प्राप्त करने वाले को विजेता कहते हैं। इसी तरह नेतृत्व करने वाले को नेता और अभिनय करने वाले को अभिनेता कहते हैं। क्रय-विक्रय (ख़रीद-बिक्री) करने वाले को भी क्रेता और विक्रेता कहते हैं। तो फिर रचना करने वाले को क्या कहेंगे? रचेता या कुछ और? इस क्लास में यही बताया गया है। रुचि हो तो आगे पढ़ें।

रचना करने वाले को रचेता कहेंगे या रचयिता? इंटरनेट पर हमें दोनों शब्द मिलते हैं – रचेता भी और रचयिता भी (देखें चित्र)।

राज एक्सप्रेस में रचयिता।
जागरण ऑनलाइन में रचेता।

सही शब्द है रचयिता और प्रामाणिक शब्दकोश भी इसे ही सही ठहराते हैं। उनमें रचेता नहीं है।

हिंदी शब्दसागर में रचयिता।

अब सवाल यह बचा कि जब सही शब्द रचयिता है तो कुछ लोग रचेता क्यों बोलते हैं।

कारण दो हो सकते हैं।

  • पहला, कुछ लोगों की बोलचाल में रचयिता घिसकर रचइता और फिर रचेता (अ+इ=ए) हो गया हो। मसलन रचयिता>रचइता>रचेता।
  • दूसरा, नेतृत्व करने वाला नेता, विजय प्राप्त करने वाला विजेता, अभिनय करने वाला अभिनेता और क्रय करने वाला क्रेता होता है तो इस तर्ज़ पर कुछ लोगों को लगा हो कि रचना करने वाला भी रचेता ही होना चाहिए।

लेकिन रचेता इसलिए नहीं होगा कि नेता नेतृ से, विजेता विजेतृ से, अभिनेता अभिनेतृ से और क्रेता क्रेतृ से बने हैं। यानी संस्कृत में जहाँ ‘तृ’ था, वह हिंदी में ‘ता’ हो गया। अगर संस्कृत में रचेतृ भी होता तो हिंदी में उससे रचेता बनता। लेकिन संस्कृत में रचेतृ नहीं, रचयितृ है (देखें चित्र), इसीलिए उससे रचयिता बना।

रचयिता का स्रोत संस्कृत का रचयितृ शब्द है।

‘तृ’ से याद आया। एक बार हमने चर्चा की थी कि बृज सही है या ब्रज। रुचि और समय हो तो पढ़ सकते हैं –

पसंद आया हो तो हमें फ़ॉलो और शेयर करें

अपनी टिप्पणी लिखें

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Social media & sharing icons powered by UltimatelySocial