आज से स्ट्रेस और सिल्अबल के सात नियमों की क्लास शुरू हो रही है। पहली क्लास है पहले नियम के बारे में। यह उन सभी शब्दों पर लागू होता है जिसमें प्रिफ़िक्स या सफ़िक्स नहीं लगे होते। सो आज की क्लास में हम पहला नियम भी जानेंगे और यह भी कि प्रिफ़िक्स और सफ़िक्स क्या होते हैं। जानने के लिए आगे पढ़ें।
पहला नियम बहुत ही आसान है। इसके अनुसार स्ट्रेस हमेशा पहले सिल्अबल पर होगा लेकिन प्रिफ़िक्स या सफ़िक्स लगे हों तो अन्य नियम लागू होंगे।
इस नियम को और विस्तार से समझने से पहले जान लेते हैं कि प्रिफ़िक्स और सफ़िक्स क्या होते हैं। Prefix (उपसर्ग) और Suffix (प्रत्यय) किसी शब्द से पहले या बाद में लगनेवाले वे वर्ण या वर्ण समूह (letters or group of letters) हैं जो उसका मतलब बदल देते हैं। जैसे Mar.ry (शादी करना)। यह एक शब्द है जो अपने-आपमें पूर्ण है। लेकिन इसके ‘पहले’ यदि Re लग जाए तो उसका मतलब बदलकर हो जाएगा — दोबारा शादी करना। इसी तरह Grow (बढ़ना) एक शब्द है लेकिन इसके ‘बाद‘ यदि -er लग जाए तो हो जाएगा Grow.er यानी उगानेवाला। इन दो शब्दों में re– प्रिफ़िक्स का और –er सफ़िक्स का रोल निभा रहा है। जो शब्द के आगे लगता है, वह है प्रिफ़िक्स, जो अंत में लगता है, वह है सफ़िक्स।
तो पहला नियम यह बना कि यदि आपको कोई शब्द ऐसा दिखे जिसमें प्रिफ़िक्स या सफ़िक्स नहीं है तो उसके पहले सिल्अबल पर ज़ोर दें और बाक़ी का हलका उच्चारण करें।
नीचे ऐसे कुछ शब्दों की लिस्ट दे रहा हूँ।
शब्द | उच्चारण | अर्थ | |
1 | Hur.ry | हरी | जल्दबाज़ी करना |
2 | Col.lege | कॉलिज | महाविद्यालय |
3 | Stu.dent | स्ट्यूडंट | छात्र |
4 | Pow.er | पाउअर | बिजली |
5 | On.ly | ऑनली | केवल |
6 | Ta.ble | टेबल | मेज़ |
7 | Cen.tu.ry | सेंचुरी | शतक |
8 | Cric.ket | क्रिकिट | एक खेल |
9 | Ten.nis | टेनिस | एक खेल |
10 | El.e.phant | एलिफ़ंट | हाथी |
ऊपर की लिस्ट में तीसरा और दसवाँ शब्द देखें। Stu.dent और El.e.phant। अब तक आप इनको स्टूडेंट और एलिफ़ेंट बोलते होंगे। लेकिन स्ट्रेस का नियम जानने के बाद आपको पता चल गया कि किसी शब्द में अमूमन एक ही सिल्अबल पर ज़ोर होगा जिसका CVC/CVCe के हिसाब से अथवा भारी उच्चारण होगा। शब्द के बाक़ी हिस्सों में मौजूद व़ावल के उच्चारण हलके होंगे – छोटा अ, इ या उ। यहाँ दोनों शब्दों में पहले सिल्अबल पर स्ट्रेस है सो आख़िरी सिल्अबल को हलका ही होना है। इसी कारण उनका उच्चारण डेंट और फ़ेंट न होकर डंट और फ़ंट हो गया। यही बात Cric.ket पर भी लागू है और वह क्रिकेट न होकर क्रिकिट हो गया है। पहले सिल्अबल Cric पर स्ट्रेस होने के कारण उसका CiC के हिसाब से क्रिक् उच्चारण हो रहा है (i के उच्चारण नियम के लिए पढ़ें – EC6) और दूसरे सिल्अबल ket में e का उच्चारण ‘इ’ हो गया जो कि हलका है।
इन शब्दों के उच्चारण आपको अजीब लग रहे होंगे मगर एक बार O.pen, Sev.en, Gar.den आदि के उच्चारणों पर ध्यान दें। क्या आप उन्हें ओपेन, सेवेन और गार्डेन बोलते हैं? नहीं, इन्हें आप ओपन, सेवन और गार्डन ही बोलते होंगे। इन सबमें स्ट्रेस पहले नियम के अनुसार पहले सिल्अबल पर है जिस कारण अगले और आख़िरी सिल्अबल में मौजूद en हलका उच्चरित हो रहा है – अन, न कि एन। यही नियम ऊपर के शब्दों में भी लग रहा है।
इस क्लास का सबक़
स्ट्रेस का पहला नियम यह है कि किसी भी शब्द में पहले सिल्अबल पर स्ट्रेस होगा। यानी पहला सिल्अबल भारी होगा या उसका CVC/CVCe के नियमों के तहत उच्चारण होगा और बाक़ी हलके होंगे। लेकिन प्रिफ़िक्स या सफ़िक्स लगने पर पैटर्न बदल सकता है और उनपर बाक़ी नियम लगेंगे जिनपर आगे की क्लासों में बात की जाएगी। उदाहरणों के लिए ऊपर की लिस्ट देखें।
अभ्यास
किसी अख़बार या मैगज़ीन से ऐसे 50 शब्द खोजें जिनमें प्रिफ़िक्स या सफ़िक्स न लगा हुआ हो और उनके उच्चारण का अंदाज़ा लगाएँ। क्या सभी में पहले सिल्अबल पर स्ट्रेस है? अपने परिणामों को डिक्शनरी.कॉम पर जाकर मिलाएँ।
चलते-चलते
अमूमन किसी शब्द में एक ही सिल्अबल पर स्ट्रेस होता है। कुछ लंबे शब्दों में दो पर भी हो सकता है। लेकिन तब भी दोनों के बीच एक हलका सिल्अबल ज़रूर होता है जैसे Mem.o.rise=मेम.अ.राइज़ या Punc.tu.a.tion=पंक.चु.ए.शन में आप देख सकते हैं। मेमअराइज़ में मेम और राइज़ के बीच छोटा ‘अ’ है और पंक्चुएशन में पंक और ए के बीच उ (चु) है। लेकिन कुछ शब्द ऐसे भी हैं जिनमें स्ट्रेस वाले दोनों सिल्अबल हैं बिल्कुल पास-पास हैं। ऐसा ही एक शब्द है Arch.bish.op (आऽचबिशप या आर्चबिशपus) जिसका अर्थ है मुख्य पादरी।