प्याज़ पुल्लिंग है या स्त्रीलिंग? किसी को कच्चा प्याज़ नापसंद हो तो वह क्या कहेगा – मुझे ‘कच्चा’ प्याज़ पसंद नहीं या मुझे ‘कच्ची’ प्याज़ पसंद नहीं? अगर आप सोच रहे हैं कि यह सवाल बहुत ही आसान है तो आप ग़लत सोच रहे हैं। कारण, प्याज़ पुल्लिंग भी है और स्त्रीलिंग भी। कहाँ यह पुल्लिंग है और कहाँ स्त्रीलिंग, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।
जब मैंने प्याज़ के लिंग के बारे में फ़ेसबुक पर सवाल पूछा तो 69% ने कहा – पुल्लिंग और 31% ने कहा – स्त्रीलिंग। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि दोनों सही हैं।
जैसा कि ऊपर कहा कि प्याज़ कहीं पुल्लिंग है और कहीं स्त्रीलिंग, तो हिंदी में यह पुल्लिंग है, हिंदी के तमाम शब्दकोश इस विषय में एकमत हैं – हिंदी शब्दसागर, ज्ञानकोश से लेकर राजपाल तक (देखें चित्र)।
लेकिन उर्दू में यह स्त्रीलिंग है (देखें चित्र)।
हम चूँकि चर्चा हिंदी की कर रहे हैं इसलिए हमें हिंदी कोशों के आधार पर ही निर्णय करना होगा और निर्णय यह है कि प्याज़ पुल्लिंग है। लेकिन उर्दू कोशों में इसको स्त्रीलिंग बताए जाने से हमारा यह सवाल अपने-आप हल हो जाता है कि क्यों फ़ेसबुक पोल में क़रीब एक-तिहाई लोगों ने इसे स्त्रीलिंग बताया। ऐसा लगता है कि जहाँ उर्दू का प्रभाव है, वहाँ इसे स्त्रीलिंग बोला जाता है।
दो अलग-अलग भाषाओं में एक ही शब्द के अलग-अलग लिंग हों, इसमें हैरत की बात नहीं है। आत्मा संस्कृत में पुल्लिंग, हिंदी में स्त्रीलिंग है। उधर चर्चा हिंदी में स्त्रीलिंग और उर्दू में पुल्लिंग है। इसी तरह प्याज़ हिंदी में पुल्लिंग है, उर्दू में स्त्रीलिंग।
वैसे एक सवाल यहाँ पूछा जा सकता है – उर्दू में प्याज़ को प्याज़ कहते हैं या पियाज़। मैंने शब्दसागर में देखा, वहाँ स्रोत के रूप में प्याज़ और पियाज़ लिखा है। मगर उर्दू और फ़ारसी के शब्दकोशों में प्याज़ नहीं, पियाज़ ही है (ऊपर के चित्र फिर से देखें)। मुझे भी लगता है कि फ़ारसी में प्याज़ नहीं, पियाज़ ही बोला जाता होगा।
आख़िर उर्दू-फ़ारसी में प्याज़ के बजाय पियाज़ क्यों है? शायद इसलिए कि शब्द के शुरू में वे बिना स्वर वाली ध्वनियों का (जैसा कि प्याज़ में प् है) उच्चारण नहीं कर पाते। यही कारण है कि अरबी-फ़ारसी परिवार की भाषाओं में ऐसे शब्द हैं ही नहीं जो बिना स्वर वाली ध्वनियों यानी शुद्ध व्यंजनों (मसलन क्, प्, त्, द्, ध् आदि) से शुरू होते हैं। संस्कृत और हिंदी में आपको ऐसे हज़ारों शब्द मिलेंगे- क्लेश, प्रेम, ध्वज, स्रोत, त्वरित आदि। हाँ, अपवाद के तौर पर ‘ख़्व’ की ध्वनि मिली जो उर्दू के शब्दों के शुरू में पाई जाती है – ख़्वाब और ख़्वाहिश।
इस पोल पर खोजबीन करते हुए मुझे एक नई बात पता चली कि प्याज़ को संस्कृत में क्या कहते हैं। आप भी जान लीजिए, कहते हैं पलांडु। और अंग्रेज़ी में कहते हैं… बताइए, क्या कहते हैं? स्पेलिंग तो मालूम होगी – Onion मगर बोलेंगे क्या – ओन्यन या कुछ और? जानने के लिए देखें यह विडियो।
2 replies on “177. प्याज़ कब है पुल्लिंग और कब है स्त्रीलिंग?”
Pyaj ka striling Shabd kya hoga
नमस्ते। मैं आपका मतलब समझा नहीं। फल या सब्ज़ी कोई पशु नहीं कि उसका अलग-अलग पुल्लिंग और स्त्रीलिंग रूप हो। शेर का शेरनी हो सकता है लेकिन आलू का अलुआइन नहीं होता।