पिछली क्लास (EC33) में हमने जाना कि अगर S के ‘बाद‘ कुछ ख़ास ध्वनियाँ आती हैं तो उसका उच्चारण ‘स‘ होता है (Mask=मास्क) और कुछ अन्य ध्वनियाँ आती हैं तो उसका उच्चारण होता है ‘ज़‘ (Plasma=प्लाज़्मा)। इस क्लास में हम जानेंगे कि S से ‘पहले’ अगर कुछ ध्वनियाँ आती हैं तो S का उच्चारण क्या होगा। मुख्य तौर पर आज हम बहुवचन बनाते समय लगने वाले s के उच्चारण की बात करेंगे। इसमें भी S के दो उच्चारण होते हैं – ‘स’ (Books=बुक्स) और ‘ज़’ (Pens=पेन्ज़)। कुछ शब्दों में बहुवचन बनाते समय S से पहले e आता है, तब उसका उच्चारण होता है इज़ या अज़ (Boxes=बॉक्सिज़)।
आज की क्लास में हम जानते हैं कि बहुवचन में कहाँ S का उच्चारण ‘स’ होता है, कहाँ ‘ज़’ और कहाँ ‘इज़’ या ‘अज़’।
क्लास 33 में हम पढ़ चुके हैं कि यदि S के बाद कुछ ख़ास ध्वनियाँ आएँ तो S का उच्चारण ‘स’ होगा। ये ध्वनियाँ थीं – फ, क, ट, च, य, प और थ। इन्हें याद रखने के लिए मैंने एक सूत्र दिया था – ‘फोकट की चाय पी थी’। इसमें से चाय निकाल दें तो यह सूत्र यहाँ भी काम आएगा। आप ‘फोकट की पी थी‘ याद रखें। या फिर आप ‘फ़िफ्थ पॉकिट’ से भी इसे याद रख सकते हैं। ‘फोकट की पी थी‘ या ‘फ़िफ्थ पॉकिट’ में जो पाँच ध्वनियाँ हैं, उनके बाद S आए तो उसका उच्चारण होगा ‘स’। आइए, नीचे कुछ उदाहरण देखते हैं।
नियम 1. यहाँ होगा स
जिन शब्दों के आख़िर में ‘फोकट की पी थी‘ की ध्वनियाँ यानी फ़, क, ट, प और थ हैं, उन शब्दों का बहुवचन बनाते समय आप बहुवचन के तौर पर आनेवाले -s को बोलेंगे ‘स’। जैसे-
इसका मतलब यह हुआ कि इन पाँच ध्वनियों के बाद में -s हो तो उसका उच्चारण ‘स’ होगा।
नियम 2. यहाँ होगा इज़
जिन शब्दों के आख़िर में च, ज, ज़, स और श का उच्चारण होगा, उनमें बहुवचन बनाने के लिए -s या -es लगता है और उच्चारण हो जाता है -इज़। कुछ जगहों पर इसे -अज़ भी बोला जाता है। भारत में ज़्यादातर इसे -एज कहा जाता है जो कि ग़लत है। इसके उदाहरण हैं –
अब आप पूछेंगे, इसे कैसे याद रखें। तो इसके लिए आपको ‘सौ चीज़ें’ याद रखें। इसमें ‘स’ के रूप में ‘श’ और ‘ज़’ के रूप में ‘ज’ भी शामिल हैं। सौ चीज़ें (स और श, च, ज़ और ज) में वे सारी ध्वनियाँ हैं जिनके बाद es आए तो उसका उच्चारण इज़ या अज़ होगा।
नियम 3. बाक़ी सबमें ज़
तो ख़ुश हो जाइए कि अब कोई फ़ॉर्म्युला याद रखने की ज़रूरत नहीं। क्योंकि बाक़ी बचे सारे मामलों में -s का उच्चारण होगा ज़। इसके लिए उदाहरण देखिए।
अंत में एक बात फिर दोहरा दूँ कि हम ध्वनि की बात कर रहे हैं न कि लेटर्ज़ की। शब्द के आख़िर में कौनसा लेटर है, इससे कोई मतलब नहीं। मतलब इससे है कि शब्द का अंतिम उच्चारण क्या है। जैसे c का मामला लीजिए। Race (रेस) में आख़िर में e है मगर शब्द में अंतिम उच्चारण c के कारण है ‘स’ जो दूसरी लिस्ट ( श, ज, स, च, ज़, यानी शीशे जैसी चीज़) में आता है, इसलिए नियम (शीशे जैसी चीज़) के मुताबिक़ Rac.es के s का उच्चारण होगा ‘इज़’ यानी रेसिज़। लेकिन E.lec.tron.ic में जो c है, उसका उच्चारण है ‘क’, जो पहली लिस्ट (फ़, क, ट, प, थ यानी फोकट की पी थी) के तहत आता है इसलिए E.lec.tron.ics में -s का उच्चारण होगा ‘स’ यानी इलेक्ट्रॉनिक्स।
इसी तरह g का उच्चारण अगर ‘ग’ होगा जैसे Bug (बग) तो नियम 3 के मुताबिक plural में -s का उच्चारण होगा ‘ज़’ (बग्ज़) और यदि g का उच्चारण ‘ज’ होगा जैसे Bridge (ब्रिज) तो नियम 2 के अनुसार उच्चारण होगा ‘इज़’ (ब्रिजिज़)। इसी तरह Knife का बहुवचन बनाने पर -s तो लगता है मगर चूँकि f v में बदलकर हो जाता है Knives इसलिए -s का उच्चारण है नाइव़्ज़।
इस क्लास का सबक़
अंग्रेज़ी में किसी शब्द का बहुवचन बनाने के लिए शब्द के अंत में -s या -es लगता है। मगर इस -s या -es का उच्चारण क्या होगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि शब्द के एकवचन (singular) रूप में अंतिम ध्वनि क्या है। यदि अंतिम ध्वनि फ़, क, ट, प और थ में से कोई हो तो -s का उच्चारण होगा ‘स’। यदि शब्द की अंतिम ध्वनि श, ज, स, च और ज़ हो तो -s या -es लगेगा और उसका उच्चारण होगा ‘इज़’ या ‘अज़’। इनके अलावा बाक़ी सारे मामलों में -s का उच्चारण होगा ज़। उदाहरण ऊपर दिए गए हैं।
अभ्यास
किसी भी अख़बार या मैगज़ीन से 50 संज्ञा शब्द चुनें और ऊपर बताए गए नियमों के मुताबिक़ उनके बहुवचन रूप के उच्चारण का अंदाज़ा लगाएँ और उनको तीन अलग-अलग ग्रूप में बाँटें। फिर उनका उच्चारण करें।
चलते-चलते
संज्ञा (noun) शब्दों के बहुवचन (plural) बनाने के लिए ज़्यादातर मामलों में -s या -es लगता है। लेकिन इसके कुछ अपवाद भी हैं। जैसे Foot (पैर) का Feet, Man (आदमी) का Men। Sheep (भेड़) और Deer (हिरन) दोनों वचनों में Sheep और Deer ही रहते हैं।