एक अभिनेत्री जो एक्सपोज़ करने के कारण काफ़ी चर्चा में रहीं, कभी कहा था – ‘मैं कोई पहली बंदी नहीं हूं जो ‘इक्सपोज़’ कर रही हूँ। मैं बीसियों ‘इग्जांपल’ दे सकती हूँ टॉप हेरोइनों के जिन्होंने इक्सपोज़ किया लेकिन किसी ने उनसे सवाल नहीं पूछा।’ इस बयान में दो शब्द आए हैं – Ex.pose और Ex.am.ple. दोनों में X है मगर एक का उच्चारण हो रहा है ‘क्स‘ (क्+स्) और दूसरे में ‘ग्ज़‘ (ग्+ज़्)। आज की क्लास में हम X के अलग-अलग उच्चारणों पर ही बात करेंगे।
X के आम तौर पर तीन उच्चारण होते हैं – ‘ज़‘, ‘क्स‘, ‘ग्ज़‘ और। इनमें से पहले और दूसरे उच्चारणों पर तो कोई समस्या नहीं है। उसके दो बहुत ही आसान नियम हैं। X अगर शुरू में हो तो उसका उच्चारण होगा ‘ज़’ और X जब अंत में होगा तो उसका उच्चारण होगा ‘क्स’। लेकिन X जब बीच में होता है तो उसका उच्चारण कभी ‘क्स’ होता है और कभी ‘ग्ज़‘। आज की क्लास में हम मुख्यतः यही जानेंगे कि X जब बीच में होता है तो उसके उच्चारण का नियम क्या है। कब उसका उच्चारण ‘क्स‘ होगा और कब ‘ग्ज़‘ होगा?
सबसे पहले ‘ज़‘ की बात। जैसे कि शुरू में कहा, X जब किसी शब्द के शुरू में होता है तो उसको ज़ बोला जाता है। ऐसे शब्द बहुत कम हैं लेकिन जो दो-तीन काम के शब्द हैं, वे आप नीचे टेबल में देख लें।
पहला शब्द है XEROX ज़ेरॉक्स जिससे हम सबका काम पड़ता है। ज़ेरॉक्स वैसे तो एक कंपनी का नाम है लेकिन चूँकि इसी कंपनी ने पहली बार फ़ॉटोकॉपिंग मशीन बनाई तो आज फ़ोटोकॉपी कराने के लिए इसका भी इस्तेमाल होता है। फ़ोटोकॉपी कराना – ज़ेरॉक्स कराना – एक ही बात हो गई है।
इसी तरह XENO (ज़ेनो) जिसका अर्थ है विदेशी। इसी से बना है Xenophobia – ज़ेन्अफ़ोबिया यानी किसी भी दूसरे देश के लोगों के प्रति नापसंदगी या नकारात्मकता वाला भाव। जैसे आपने कुछ लोगों को विदेशियों के बारे में तरह-तरह की नकारात्मक बातें करते सुना होगा कि वे ऐसे खाते हैं, ऐसे रहते हैं, ऐसे पहनते हैं – भले ही वे ऐसे किसी भी विदेशी से आज तक नहीं मिले होंगे। लेकिन कहते ज़रूर हैं। यह उनका पूर्वाग्रह है। इसी को ज़ेन्अफ़ोबिया कहते हैं।
तीसरा शब्द है XYLEM (ज़ाइलम)। बॉटनी के छात्र इस शब्द से परिचित होंगे। ज़ाइलम वे कोशिकाएँ होती हैं जो जड़ों से पानी और दूसरे पोषक तत्व पत्तों तक पहुँचाती हैं।
अब ऐसे कुछ उदाहरण देख लेते हैं जब X शब्द के अंत में होता है। इसमें X का उच्चारण हमेशा ‘क्स‘ होता है। कुछ कॉमन शब्द देख लें।
इन सबमें X शब्द के अंत में है और उसका उच्चारण हो रहा है ‘क्स‘।
अब आते हैं असल मुद्दे पर जब X शब्द के बीच में होता है और उसके अलग-अलग उच्चारण होते हैं – कभी ‘क्स‘, कभी ‘ग्ज़‘… और कभी ‘क्श‘ और ‘श्ग्ज़‘ भी।
पहले ‘क्स‘ की बात करते हैं। X जब शब्द के बीच में होता है और उसके बाद कोई कॉन्सनंट (A, E, I, O और U के अलावा बाक़ी लेटर) होता है तो उसका उच्चारण ‘क्स‘ होता है। कुछ एग्ज़ांपल देख लेते हैं।
सिंपल है याद रखना। X जब शब्द के बीच में हो और उसके बाद कोई कॉन्सनंट हो तो उसका उच्चारण ‘क्स‘ होगा।
लेकिन X जब शब्द के बीच हो और उसके बाद कोई व़ावल हो जैसे A, E, I, O या U तब X का उच्चारण कभी ‘ग्ज़‘ होता है और कभी ‘क्स‘। इसका नियम थोड़ा टेढ़ा है क्योंकि यह स्ट्रेस से जुड़ा हुआ है और अभी स्ट्रेस और सिल्अबल की क्लासें शुरू नहीं हुईं । इसलिए मैं एक आसान तरीक़ा बताता हूँ। आप यह याद रखें कि X जब शब्द के बीच में हो और उसके बाद कोई व़ावल हो तो उसका उच्चारण अधिकतर मामलों में ‘ग्ज़‘ होगा। कुछ मामलों में ‘क्स‘ होगा लेकिन ऐसे शब्द कम हैं और मैं उनके बारे में आगे बताऊँगा। पहले ऐसे शब्दों की लिस्ट देख लेते हैं जहाँ X शब्द के बीच में है, उसके बाद व़ावल है और उसका उच्चारण ‘ग्ज़‘ हो रहा है।
ये तो थे वे शब्द जहाँ X के बाद कोई व़ावल है और उसका उच्चारण ‘ग्ज़‘ हो रहा है। अब कुछ ऐसे शब्द देख लेते हैं जहाँ X के बाद कोई व़ावल है लेकिन उसका उच्चारण ‘क्स‘ हो रहा है।
X के बाद जब H आता है तो अधिकतर मामलों में वह साइलंट होता है और X का उच्चारण ‘ग्ज़‘ होता है। आइए, कुछ शब्द देखते हैं।
ऊपर आपने देखा कि Ex.hume का उच्चारण एक्स्यूम भी होता है। यानी इसमें H का उच्चारण हो रहा है भले ही वह X के बाद हो। इसी तरह Ex.hale में भी H का उच्चारण होता है। इस शब्द को बोला जाएगा – एक्सहेल।
ऊपर आपने जो दो टेबलें देखीं – टेबल 4 और 5 , उनमें दो शब्दों पर ध्यान दीजिए। Execute (एक्सिक्यूट) में X का उच्चारण ‘क्स‘ हो रहा है लेकिन Executive (इग्ज़ेक्युटिव़) में X का उच्चारण ‘ग्ज़‘ हो रहा है। इसी तरह Exhibit (इग्ज़िबिट) में X का उच्चारण ‘ग्ज़‘ हो रहा है लेकिन Exhibition (एक्सिबिशन) में X का उच्चारण ‘क्स‘ हो रहा है। इसका कारण यह कि Ex.e.cute और Ex.hi.bi.tion में स्ट्रेस X से पहले पड़ रहा है जबकि Ex.ec.u.tive और Ex.hib.it में स्ट्रेस X के बाद पड़ रहा है।
- स्ट्रेस के बारे में और विस्तार से जानने के लिए EC45 और उसके बाद की क्लासें पढ़ें।
जब X के बाद U आता है तो कभी-कभी X का उच्चारण ‘क्स’ या ‘ग्ज़’ के बजाय कुछ और हो जाता है। जैसे Sexual में X का उच्चारण है ‘क्श’ – सेक्शुअल। इसी तरह Luxury में X का उच्चारण ‘ग्श्ज़’ हो रहा है – लग्श्ज़री। यह वही ‘श्ज़’ है जिसके बारे में मैंने SION वाली क्लास में बात की थी। लेकिन यदि आप लग्श्ज़री न बोल पाएँ तो लग्ज़री से भी काम चला सकते हैं।
जब मतलब बाहर से हो
जब किसी शब्द में EX या EXO इस प्रकार से हों कि उसका मतलब बाहर या अलग हो तो उसका उच्चारण आम तौर पर ‘एक्स’ होता है। जैसे Ex.hale (साँस बाहर छोड़ना) का उच्चारण है एक्सहेल, Ex.o.dus (कई लोगों का एकसाथ किसी जगह से पलायन) को बोलेंगे इक्स्अडस या एक्स्अडस (इक्स/एक्स+अ+डस जैसा उच्चारण)। इसी वजह से Ex.it, Ex.hume और Ex.ile जैसे शब्दों में भी x का ‘क्स’ उच्चारण भी मान्य है।
ऊपर हमने जो शब्द देखें, उनमें से अधिकतर में EX आया हुआ है। कारण — AX (Re.lax), IX (Ax.is), OX (Bo.tox) और UX (Crux) के मामलों में कभी कोई समस्या नहीं होती। वहाँ हमेशा ‘क्स’ का उच्चारण होता है ! रिलैक्स, ऐक्सिस, बोटॉक्स/बोटाक्सus और क्रक्स।
इस क्लास का सबक़
- X जब शब्द के अंत में हो तो उसका उच्चारण होगा क्स। उदाहरण – बॉक्स, टैक्स, रिलैक्स आदि।
- X जब शब्द के बीच में हो और उसके बाद कॉन्सनंट हो तो उसका उच्चारण होगा क्स। उदाहरण – एक्सपर्ट, एक्स्ट्रा आदि।
- X जब शब्द के बीच में हो और उसके बाद व़ावल हो तो अधिकतर मामलों में उसका उच्चारण होगा ग्ज़। उदाहरण – इग्ज़िस्ट, इग्ज़ैमिनेशन आदि।
- X जब शब्द के बीच में हो और उसके बाद व़ावल हो तो कभी-कभी उसका उच्चारण होगा क्स। उदाहरण – एक्सर्साइज़, एक्सिक्यूट, मेक्सिको आदि। ऐसा स्ट्रेस की पज़िशन के कारण होता है।
- X के बाद H आता है तो वह अक्सर साइलंट हो जाता है।
- X के बाद U आता है तो कुछ मामलों में उसका उच्चारण क्श या श्ज़ हो जाता है जैसे Luxury (लग्श्ज़री) और Sexual (सेक्शुअल)
अभ्यास
डिक्शनरी से EX वाले शब्द खोजें और उनका उच्चारण देखे बिना 50 शब्दों की सूची बनाएँ और उनका उच्चारण ऊपर बताए गए नियमों के मुताबिक़ लिखें। फिर डिक्श्नरी से मिलाएँ।
चलते-चलते
कुछ शब्दों के ‘एक्स’ और ‘एग्ज़’ दोनों उच्चारण मान्य हैं। मेरी चॉइस यह है कि Ex के बाद की मात्रा अ, इ या उ है तो एक्स/एग्ज़ बोलूँगा और बाक़ी कोई मात्रा है तो इक्स/इग्ज़ बोलूँगा। यानी Ex.am में अगली मात्रा ऐम (ऐ) है तो मैं इसे इग्ज़ैम बोलना पसंद करूँगा और Ex.ist में अगली मात्रा इस्ट (इ) है तो मैं एग्ज़िस्ट बोलना चाहँगा।