हरिद्वार या हरद्वार – यह एक ऐसा प्रश्न है जो मुझे किशोरावस्था से परेशान करता आया है। कारण यह कि जगह का नाम तो ‘हरिद्वार’ ही प्रचलित है लेकिन हर की पौड़ी में ‘हर’ है। यह मैं जानता था कि ‘हरि’ विष्णु के लिए (बोलो हरि, हरि बोल) इस्तेमाल होता है और ‘हर’ महादेव के लिए (हर-हर महादेव)। जब इसपर फ़ेसबुक पोल किया तो 58% ने हरिद्वार और 19% ने हरद्वार के पक्ष में वोट डाला था। बाक़ी 23% ने दोनों को सही ठहराया। आख़िर सही क्या है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
Category: आलिम सर की हिंदी क्लास
आलिम सर की हिंदी क्लास यानी हिंदी शब्दों और व्याकरण से जुड़ी दुविधाओं का आसान भाषा में समाधान।
अगर मैं पूछूँ कि खोपड़ी सही है या खोंपड़ी, तो आपमें से हर कोई कहेगा – खोपड़ी। लेकिन अगर मैं पूछूँ कि झोपड़ी सही है या झोंपड़ी तो आपमें से कुछ कहेंगे झोंपड़ी तो कुछ कहेंगे झोपड़ी। जब मैंने फ़ेसबुक पर यही सवाल पूछा तो 69% ने कहा, झोपड़ी सही है। शेष 31% ने झोंपड़ी को सही ठहराया। अगर जानना चाहते हैं कि सही क्या है, तो आगे पढ़ें।
एक शब्द है ढक्कन (संज्ञा) जिसके बारे में किसी को कोई भी भ्रम नहीं है। लेकिन जब इसके क्रिया रूप की बात होती है तो दिमाग़ पसोपेश में पड़ जाता है कि ढकना लिखें या ढँकना। जैसे खाने-पीने की चीज़ों को हमेशा ‘ढकना’ चाहिए या ‘ढँकना’ चाहिए? यह शब्द संज्ञा के तौर पर भी ढक्कन की जगह इस्तेमाल होता है। उसमें क्या ‘ढकना’ होगा या ‘ढँकना’? इन्हीं सब सवालों का जवाब खोजने के लिए यह क्लास तैयार की है। रुचि हो तो पढ़ें।
विजय प्राप्त करने वाले को विजेता कहते हैं। इसी तरह नेतृत्व करने वाले को नेता और अभिनय करने वाले को अभिनेता कहते हैं। क्रय-विक्रय (ख़रीद-बिक्री) करने वाले को भी क्रेता और विक्रेता कहते हैं। तो फिर रचना करने वाले को क्या कहेंगे? रचेता या कुछ और? इस क्लास में यही बताया गया है। रुचि हो तो आगे पढ़ें।
रंगरलियाँ या रंगरेलियाँ? हिंदी के प्रामाणिक शब्दकोश रंगरलियाँ को सही बताते हैं लेकिन जब आप कंप्यूटर पर लिखने बैठें तो आपके सिस्टम में लोड किया हुआ शब्दकोश उसके नीचे लाल रेखा खींच देता है। वह रंगरेलियाँ को सही ठहराता है। गानों में रंगरेलियाँ और रंगरलियाँ दोनों हैं। वेबसाइटों और चैनलों पर भी यही हाल है। ऐसे में किसे सही मानें और किसे ग़लत, जानने के लिए आगे पढ़ें।