त्यागपत्र के लिए अरबी भाषा का एक शब्द है जो हिंदी में भी ख़ूब चलता है। उसे बोलते कैसे हैं, इसपर कोई विवाद नहीं है। लेकिन लिखते समय कोई उसे स्तीफ़ा लिखता है तो कोई इस्तीफ़ा। सही क्या है- 1. स्तीफ़ा या 2. इस्तीफ़ा? जानने के लिए आगे पढ़ें।
आलिम सर की हिंदी क्लास यानी हिंदी शब्दों और व्याकरण से जुड़ी दुविधाओं का आसान भाषा में समाधान।
त्यागपत्र के लिए अरबी भाषा का एक शब्द है जो हिंदी में भी ख़ूब चलता है। उसे बोलते कैसे हैं, इसपर कोई विवाद नहीं है। लेकिन लिखते समय कोई उसे स्तीफ़ा लिखता है तो कोई इस्तीफ़ा। सही क्या है- 1. स्तीफ़ा या 2. इस्तीफ़ा? जानने के लिए आगे पढ़ें।
अंग्रेज़ी के Prima Facie (उच्चारण – प्राइमा फ़ेशी) का अर्थ होता है – पहली नज़र में। लेकिन इसका एक संस्कृतमूलक शब्द भी है जो ‘प्रथम’ और ‘दृष्टि’ से बना है। क्या आप जानते हैं वह शब्द? अगर हाँ तो बताइए, उसमें जो ‘ट’ आता है, वह पूरा है या आधा। यानी शब्द प्रथमदृष्टया है या प्रथमदृष्ट्या है? जब इसपर फ़ेसबुक पोल किया गया तो 53% ने दृष्टया और 47% ने दृष्ट्या के पक्ष में वोट दिया। सही क्या है और क्यों है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
एक होता है शेर और एक होता है बबर शेर जिसे बब्बर शेर भी कहा जाता है। क्या इन दोनों का एक ही मतलब है – सिंह जिसे अंग्रेज़ी में लायन कहते हैं? अगर हाँ तो शेर के आगे बबर (या बब्बर) लगाने की ज़रूरत क्यों पड़ी? आपको जानकर हैरत होगी कि फ़ारसी में बबर का मतलब सिंह नहीं, बाघ होता है। फिर बबर शेर का क्या मतलब हुआ? जानने के लिए आगे पढ़ें।
ठंड या ठंढ – यह सवाल उन लोगों को काफ़ी परेशान करता है जो अक्सर शब्दकोश देखते हैं। कारण यह कि वे बोलते और लिखते तो ठंड हैं लेकिन शब्दकोशों में ठंढ को सही बताया हुआ होता है। आख़िर सही क्या है और क्यों है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
कुछ लोग ‘जवाब’ को ‘जबाव’ लिख बैठते हैं। जाने-अनजाने में वे ‘व’ और ‘ब’ की जगह बदल देते हैं। ऐसा है एक शब्द है ‘बवाल’ जिसे कुछ लोग ‘वबाल’ लिखते हैं। क्या इसमें भी वही मामला है – यानी ‘व’ और ‘ब’ की जगह आपस में बदल गई है? या सही शब्द ‘वबाल’ ही है? जानने के लिए आगे पढ़ें।