चिड़िया के टेढ़े पंजे को जिससे वह किसी वस्तु या शिकार को पकड़ती है, उसे क्या कहते हैं ? चंगुल, चुंगल या दोनों शब्द सही हैं? जब यह सवाल फ़ेसबुक पर पूछा गया तो 80% के विशाल बहुमत ने कहा – चंगुल ही सही है। इसके विपरीत 12% ने चुंगल के पक्ष में राय दी। केवल 8% ने दोनों को सही बताया। क्या बहुमत का फ़ैसला सही है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
चंगुल और चुंगल में से कौनसा शब्द सही है?
यदि हिंदी शब्दसागर की मानें तो ये दोनों शब्द सही हैं। इस प्रामाणिक कोश में दोनों की एंट्रियाँ है और उन दोनों का ही अर्थ विस्तार से समझाया गया है। इससे यह स्पष्ट है कि हिंदी में ये दोनों ही शब्द चलते हैं/थे – चाहे चंगुल कहें या चुंगल। इसके अलावा उसी कोश में चुंगुल के रूप में एक और शब्द भी है (देखें चित्र)।
प्लैट्स के कोश में भी ये तीनों शब्दरूप दिए हुए हैं (देखें चित्र) लेकिन मद्दाह के उर्दू-हिंदी कोश में केवल चंगुल की एंट्री है।
यह चंगुल या चुंगल शब्द आया कहाँ से, इसके बारे में शब्दसागर को कोशकार सुनिश्चित नहीं है। उनके अनुसार या तो यह चौ+अंगुल से बना है (चूँकि पक्षियों के केवल चार उंगलियाँ होती हैं) या फिर फ़ारसी के चंगाल से (देखें ऊपर का पहला चित्र)।
फ़ारसी का यह चंगाल भी चंग से बना है जिसका मतलब होता है – हर टेढ़ी वस्तु चाहे वह बाजा हो या पक्षी का पंजा। चंग से ही चंगाल>चंगुल>चुंगल>चुंगुल शब्द बने दिखते हैं।
मुझे मालूम था और हमारे पोल से भी यही पता चलता है कि आज की तारीख़ में हिंदी में चंगुल ही चलता है। लेकिन इसके साथ ही चुंगल भी सही है, यही बताने के लिए मैंने यह पोल किया ताकि कल को किसी बातचीत या लेख में कोई चुंगल का इस्तेमाल करे तो यह न समझें कि वह ग़लत बोल या लिख रहा है।
चंगुल और चुंगल की तरह एक और शब्द के दो रूप प्रचलित हैं – तजुर्बा और तज्रुबा। इसे तजर्बा और तज्रबा भी कहते हैं। सही क्या है, जानने के लिए पढ़ें।