‘नरो वा कुंजरो’ – यह वाक्य कभी सुना है? याद कीजिए। चलिए, कुछ क्लू दे देता हूँ। युधिष्ठिर, अश्वत्थामा, हाथी, द्रोणाचार्य? कुछ याद आया? चलिए, बता देता हूँ – महाभारत में जब युधिष्ठिर द्रोणाचार्य को उनके बेटे अश्वत्थामा के मारे जाने की झूठी सूचना देते हैं और कहते हैं – अश्वत्थामा हत इति (अश्वत्थामा मारा गया) तो उसके ठीक बाद कहते हैं – नरो वा कुंजरो। सही? या ग़लत? इस विषय में एक चौंकाने वाली जानकारी के लिए आगे पढ़ें।