अगर आपसे पूछा जाए कि राम द्वारा शबरी के जूठे बेर खाने की कथा किस धर्मग्रंथ में है तो आप क्या कहेंगे? रामचरित मानस या वाल्मीकि रामायण? जब एक फ़ेसबुक पोल में यही सवाल किया गया तो दो-तिहाई वोटरों ने रामचरितमानस और एक-तिहाई ने वाल्मीकि रामायण के पक्ष में वोट किया। दोनों जवाब ग़लत हैं क्योंकि जूठे बेरों का ज़िक्र दोनों में किसी में भी नहीं है। तो फिर जूठे बेरों की यह कथा आई कहाँ से? जानने के लिए आगे पढ़ें।