अंग्रेज़ी शब्दों के उच्चारण में एक समस्या यह है कि इसमें एक ही लेटर कई-कई ध्वनियों के लिए इस्तेमाल होता है। जैसे C से ‘स’ भी होता है और ‘क’ भी। इसी तरह G से ‘ज’ भी हो सकता है और ‘ग’ भी। लेकिन इसके भी कुछ नियम हैं कि कहाँ C का उच्चारण ‘क’ होगा, कहाँ ‘स’ होगा। इसी तरह G के बारे में नियम हैं जिनके बारे में हम पिछली क्लासों में पढ़ चुके हैं। आज हम ऐसे ही एक और लेटर के बारे में जानेंगे – S जिसके तीन उच्चारण होते हैं – स, ज़ और श। S का उच्चारण कब क्या होगा, इसके बारे में जानने के लिए आगे पढ़ें या विडियो देखें।
Tag: English Pronunciation Rules
नवभारत टाइम्स में जब ‘ज़बान सँभाल के’ के नाम से मेरा कॉलम छप रहा था तो मेरे पास एक मेल आया। एक पाठक ने पूछा था, ‘R का उच्चारण कहाँ होगा और कहाँ नहीं?’ वह यह समझ नहीं पा रहे थे कि Car को ‘कार’ बोला जाए या ‘का’ और यदि ‘का’ बोला जाए तो क्या यह ‘का’ वैसा ही है जैसा हिंदी का ‘का’ है! मैं जानता हूँ कि यह केवल उनकी उलझन नहीं है बल्कि कई और पाठक भी इसको लेकर परेशान होंगे। इसलिए यह क्लास R के उच्चारण के बारे में कि ब्रिटिश इंग्लिश जो भारत में चलती है, उसमें कहाँ R का उच्चारण होगा और कहाँ नहीं।
अंग्रेज़ी वर्णमाला का सत्रहवाँ लेटर Q U से इतना प्यार करता है कि उसके बिना एक पल भी रह नहीं पाता। ऐसा वह क्यों करता है? क्या इसलिए कि Q (क्यू) के नाम में ही U (यू) है और आप U (यू) के बिना Q का उच्चारण ही नहीं कर सकते? पता नहीं। लेकिन इतना तय है कि Q कहीं भी U के बग़ैर नहीं आता-जाता। U का मामला और है, उसके रिश्ते औरों के साथ भी चलते रहते हैं। लेकिन Q ने तो बस U का साथ थामा तो हमेशा के लिए थामा।
इस क्लास की शुरुआत मैं एक ऐसे शब्द से कर रहा हूँ जो अंग्रेज़ी के हर विद्यार्थी को परेशान करता है। वह शब्द है Pneu.mo.nia। इसका उच्चारण होता है न्यूमोनिया यानी P साइलंट है। दूसरे, इसकी स्पेलिंग ऐसी टेढ़ी-मेढ़ी है कि अच्छे से अच्छे को ‘सरघूमोनिया’ हो जाए… माने सर घूमने लग जाए। इस Pneumonia के बहाने आज हम बात करेंगे P, N और M की कि कहाँ-कहाँ ये साइलंट होते हैं या दूसरे को साइलंट करते हैं।
अंग्रेज़ी का H लेटर मुझे बेहद पसंद है। मेरे पिताजी ने बताया था कि जब मैं A-B-C-D सीख रहा था तो सारे पन्ने पर H-H बना दिया करता था। शायद यह मुझे बहुत आसान लगता होगा क्योंकि इसमें दो सीधी लाइनें ही खींचनी थी और बीच में एक आड़ी लाइन डाल देनी थी। बाद के दिनों में मुझे H इसलिए अच्छा लगने लगा कि इससे Home बनता है। Home यानी घर। घर जिसमें परिवार रहता है। सुकून और प्यार रहता है।