जाने कहाँ गए वो दिन, जैसा लिखो, वैसा पढ़ो, इंग्लिश बहुत आसान थी… फ़िल्म ’मेरा नाम जोकर’ की इस पैर्अडी से आप यह तो जान ही गए होंगे कि कभी ऐसा भी समय था जब इंग्लिश इतनी ’फन्नी’ नहीं थी और हिंदी की ही तरह उसे ‘जैसा लिखो, वैसा पढ़ो’ के नियम के तहत पढ़ा जा सकता था। वह समय था आज से 600 साल और उससे पहले का दौर। लेकिन उस समय कुछ ऐसा हुआ कि सारे व़ावल के उच्चारण एकाएक बदल गए। ऐसा क्यों हुआ और उससे अंग्रेज़ी शब्दों की स्पेलिंग और उच्चारण में क्या घालमेल हुआ, यही जानेंगे हम आज की इस विदाई क्लास में।