कई बार ऐसा होता है कि आप अंग्रेज़ी के किसी शब्द के एक हिस्से का उच्चारण जानते हैं लेकिन दूसरे के बारे में डाउट में हैं। मसलन Achieve। इस शब्द के दूसरे हिस्से का उच्चारण ‘चीव़’ है, यह आपको मालूम है, मगर शुरुआती A का उच्चारण क्या होगा – अ या ए – अचीव़ होगा या एचीव़ – यह आपको नहीं मालूम। ऐसे में आपकी मदद करता है हलका-भारी का सिद्धांत। क्या है यह सिद्धांत और कैसे करता है यह A के उच्चारण का पता लगाने में मदद, जानने के लिए आगे पढ़ें।
पिछली क्लास में यदि आपने अभ्यास के तौर पर दिए गए शब्दों के सही उच्चारण का अंदाज़ा लगा लिया होगा तो समझिए कि आप इंग्लिश उच्चारण का बेसिक फ़ंडा समझ गए। फ़ंडा यह है किसी भी शब्द में एक और कभी-कभी दो सिल्अबल पर ज़ोर दिया जाता है। जिन पर ज़ोर दिया जाता है, उनमें उपस्थित व़ावल का उच्चारण भारी या फिर CVC और CVCe के नियमों के तहत होता है जबकि बाक़ी के सिल्अबल या सिल्अबलों में मौजूद व़ावल का उच्चारण हलका होता है। हलका यानी छोटा अ, इ, उ और कभी-कभी ए। इसे हम हलका-भारी का सिद्धांत भी कह सकते हैं। इस हलका-भारी सिद्धांत की जानकारी से शब्दों के उच्चारण का अंदाज़ा लगाना कितना आसान हो जाता है, यह मैं A के उदाहरणों के मार्फ़त आज आपको बताऊँगा।
A के 7 उच्चारण हैं — ॲ (छोटा अ), आ, आऽ, ऑ, इ, एऽ और ऐ। लेकिन हमारे देश में लोग इसके अमूमन दो ही उच्चारण जानते हैं — एऽ (लंबा ए) और आ। इसलिए A से शुरू होनेवाले अधिकतर शब्दों को यहाँ एऽ या आ से ही प्रनाउंस किया जाता है। जैसे एऽज, आर्म या आफ़्टर। बाद के दो भी पूरी तरह सही नहीं है — Arm का उच्चारण होगा आऽम और Af.ter का आफ़्टर (यहाँ r साइलंट है)। लेकिन बाक़ी शब्दों में तो और भी गड़बड़ियाँ हैं।
आज हम उन शब्दों पर चर्चा करेंगे जहाँ A से शुरू होनेवाले शब्दों को ए से बोला जाता है जबकि उनका उच्चारण है ऐ या अ। जैसे Act.or को एक्टर, At.om को एटम, Ap.pli.ca.tion को एप्लिकेशन, A.chieve.ment को एचीवमेंट, A.lert को एलर्ट, Al.low.ance को एलाउंस और कोई-कोई एलोवेंस भी बोलते हैं। ये सब ग़लत उच्चारण हैं लेकिन सही क्या होगा, यह जानने के लिए आपको डिक्शनरी देखने की ज़रूरत नहीं है। हलका-भारी के सिद्धांत के आधार पर आप ख़ुद पता कर सकते हैं कि इन शब्दों में कहाँ A का उच्चारण ‘अ’ होगा और कहाँ ‘ऐ’।
आपको बस देखना यह है कि शब्द में A के बाद वाले सिल्अबल का उच्चारण हलका है या भारी। जैसा कि मैं पहले बता चुका हूँ, ॲ, इ और उ हल्के स्वर हैं जबकि बाक़ी सारे — अ, अऽ, आ, आऽ, ऑ, ऑऽ, ई, ऊ, ए, एऽ, एॲ, ऐ, ओ तथा आइ, आउ, ऑइ जैसे संयुक्त स्वर — भारी हैं। ऊपर दी गई ध्वनियों में ऽ का मतलब है कि इससे पहले वाले स्वर को लंबा खींचना है। इंग्लिश के स्वरों के बारे में आप ‘अंग्रेज़ी की ध्वनियाँ’ चैप्टर में पढ़ सकते हैं।
नियम यह है कि यदि A के बाद आनेवाला स्वर हलका (ॲ, इ, उ) है तो A का उच्चारण भारी यानी ‘ऐ’ हो जाएगा और यदि भारी (बाक़ी स्वर) है तो A का उच्चारण हलका यानी ‘अ’ (ॲ) हो जाएगा। एक वाक्य में इसे यूँ समझिए कि अगला स्वर (सिल्अबल) भारी हुआ तो A हलका (यानी ॲ) और अगला स्वर हलका हुआ तो A भारी (यानी ऐ)। इसी को हम हलका-भारी का सिद्धांत कहते हैं।
अब ज़रा नीचे के शब्दों पर ग़ौर करें और देखें कि किस तरह हलका-भारी के सिद्धांत के अनुसार ही A का उच्चारण तय हो रहा है।
टेबल 1 – जहाँ A का उच्चारण है ॲ
शब्द | अर्थ | A के बाद स्वर– भारी | A का उच्चारण |
A.live | जीवित | आइ (लाइव़) | ॲ (ॲलाइव़) |
Af.fair | मामला | एअर (फ़ेअर) | ॲ(ॲफ़ेअर) |
A.gree.ment | सहमति | ई (ग्री) | ॲ (ॲग्रीमॅन्ट) |
Ac.count | खाता | आउ (काउंट) | ॲ (ॲकाउंट) |
Ac.cuse | अभियोग लगाना | ऊ (क्यूज़) | ॲ (ॲक्यूज़) |
A.ban.don | त्याग देना | ऐ (बैन्) | ॲ (ॲबैंडॅन) |
टेबल 2 – जहाँ A का उच्चारण है ऐ
शब्द | अर्थ | A के बाद स्वर – हलका | A का उच्चारण |
Ap.ple | सेब | ॲ (पॅल) | ऐ (ऐपॅल |
Ac.tor | अभिनेता | ॲर/अरus (टॅर/टरus) | ऐ (ऐक्टॅर/ऐक्टरus) |
An.i.mal | जानवर | इ (नि) | ऐ (ऐनिमॅल) |
A.cid | अम्ल | इ (सि) | ऐ (ऐसिड) |
Ac.tu.al | वास्तविक | उ (चु) | ऐ (ऐक्चुॲल) |
An.chor | लंगर | ॲर/अरus (कर/करus) | ऐ (ऐंकर/ऐंकरus) |
ऊपर की टेबल 1 में पहला शब्द देखें — A.live। A के बाद वाले सिल्अबल लाइव (live) में मौजूद स्वर i का उच्चारण ‘आइ’ है जो कि भारी है। सो A का उच्चारण होगा ‘ॲ’। इसी तरह Ac.count में A के बाद अगले सिल्अबल काउंट (count) में मौजूद स्वर ou का उच्चारण ‘आउ’ है। यह भी भारी है इसलिए A का उच्चारण ‘ॲ’ होगा।
अब टेबल 2 देखें।
An.i.mal में अगला सिल्अबल नि (i) है जिसमें मौजूद स्वर i का उच्चारण है ‘इ’ जो कि हलका है इसलिए A का उच्चारण भारी यानी ‘ऐ’ होगा। बना ऐनिमल। इसी तरह Ac.tu.al में अगले सिल्अबल चु (tu) में उपस्थित स्वर u का उच्चारण ‘उ’ है। यह भी हलका है इसलिए A का उच्चारण होगा ‘ऐ’। शब्द बना ऐक्चुॲल।
आज की क्लास आपको एक बेसिक समझ देने के लिए है और इसमें मैंने केवल आधा नियम बताया है। आपको इस नियम के कई अपवाद मिलेंगे जैसे Ad.di.tion (ॲडिशॅन) जिनमें A के बाद वाले स्वर का उच्चारण ‘इ’ हो रहा है, फिर भी A का उच्चारण ‘ॲ’ है, ‘ऐ’ नहीं। इसका कारण है स्ट्रेस के सात नियमों में से एक जिसके बारे में हम अगली क्लासों में चर्चा करेंगे।
इस क्लास के बाद हम अ और ॲ में कोई फ़र्क़ नहीं दिखाएँगे क्योंकि दोनों के उच्चारण में ख़ास अंतर नहीं है। बस, यह याद रखिए कि अ का उच्चारण केवल U और O वाले शब्दों में होगा और वह भी तब जब स्ट्रेस वाले सिल्ॲबॅल का हिस्सा होंगे। वरना उनका उच्चारण भी ॲ ही होगा।
आज का सबक़
A के 7 उच्चारण होते हैं — ॲ (छोटा अ), आ, आऽ, ऑ, इ, ए और ऐ। ज़्यादातर शब्दों में ॲ और ऐ का उच्चारण होता है और यह उच्चारण इस पर निर्भर कहता है कि A के बाद वाला स्वर हलका है या भारी। A का अगला स्वर हलका (ॲ, इ, उ और कभी-कभी ए) होने पर A का उच्चारण होगा भारी यानी ऐ और A का अगला स्वर भारी (अ, ॲऽ, आ, आऽ, ऑ, ऑऽ, ई, ऊ, ए, एऽ, ऐ, ओ और कुछ संयुक्त स्वर जैसे आइ, आउ, ऑइ/ऑय आदि) होने पर A का उच्चारण होगा ॲ (छोटा अ)। उदाहरण – A.chieve में A के बाद वाले सिल्अबल chieve में मौजूद स्वर ie का उच्चारण ‘ई’ है जो कि भारी है, इसलिए A का उच्चारण होगा हलका ‘ॲ’ (ॲचीव़) जबकि An.i.mal में A के बाद वाले सिल्अबल में मौजूद i का उच्चारण है ‘इ’ जो कि हलका है इसलिए A का उच्चारण होगा भारी यानी ‘ऐ’ (ऐनिमल)।
अभ्यास
कोई भी डिक्शनरी उठाएँ और उसमें A से शुरू होनेवाले कोई भी 50 शब्द देखें। पता करें कि कितने शब्द हलका-भारी के ऊपर वाले सिद्धांत को मानते हैं।
चलते-चलते
Sal.a.ry (उच्चारण – सैलॅरी, अर्थ – वेतन) में भी बाद वाले a का उच्चारण ॲ हो रहा है क्योंकि वह बिना स्ट्रेस वाले सिल्ॲबॅल का हिस्सा है। यह Salary शब्द बना है लैटिन शब्द Sal से जिसका मतलब है नमक। दरअसल रोमन सैनिकों को नमक ख़रीदने के लिए जो रक़म दी जाती थी, उसे कहते थे salarium जिससे बना Salary।