पिछले दिनों ‘शोले’ का वीरू मेरे सपने में आया और कहने लगा, ‘आलिम जी, सुना है कि आप सबको हिंदी सिखाते हो। हमको भी सिखा दो। हम बसंती को लव लेटर लिखेंगे। बताओ, उसका नाम बसंती लिखें कि बसन्ती?’ मैंने कहा, ‘दोनों सही है – बसंती लिखो चाहे बसन्ती। बाक़ी इस मामले में ज़्यादा जानना हो तो मेरी अगली क्लास पढ़ लेना।’ वीरू इसका कुछ जवाब देता, इससे पहले ही सपना टूट गया। लेकिन मेरे वादे के अनुसार क्लास तैयार है।