S के बारे में पिछली क्लासों (EC33 और EC34) में हमने जाना कि S के बाद कॉन्सनंट हो (Plas.tic, Hus.band) या S से पहले कॉन्सनंट हो (Con.sent, Girls) तो S का उच्चारण कब ‘स’ होगा और कब ‘ज़’ होगा। आज हम यह जानेंगे कि S के बाद व़ावल हो तो उसका उच्चारण क्या होता है।
EC 33 में हमने जाना कि किसी शब्द के शुरू में S हो तो उसका उच्चारण अमूमन ‘स’ होता है। दो-एक मामलों में ‘श’ भी होता है जैसे Sugar, Sure आदि। S के बाद h हो तो हमेशा और ch हो तो कभी-कभी उसका उच्चारण ‘श’ होता है (Show, Schedule आदि)। वैसे Sch वाली स्थिति में अधिकतर उच्चारण ‘स्क’ होता है (Scheme, School आदि।
यहाँ तक तो मामला आसान है। मामला फँसता तब है जब S बीच में होता है या अंत में होता है। ऐसी दो स्थितियों के बारे में हम पिछली दो क्लासों (EC 33और EC34) में बात कर चुके हैं जब S के पहले या बाद में कॉन्सनंट है। आज हम उन अवस्थाओं की बात करेंगे जब S बीच में है और उसके पहले और बाद दोनों तरफ़ व़ावल है यानी S के पहले भी a, e, i, o, u या y में से कोई एक है और S के बाद भी a, e, i, o, u या y में से कोई एक है। हम जानेंगे कि ऐसी स्थिति में S का उच्चारण क्या होगा।
नियम बहुत आसान हैं मगर वे निर्भर करते हैं तीन बातों पर –
- S से पहले व़ावल और बाद में भी व़ावल यानी VsV (उदाहरण : RESIST) वाली स्थिति में — S का उच्चारण अमूमन ‘ज़’ होगा।
- S से पहले व़ावल और बाद में e यानी Vse वाली स्थिति, ख़ासकर जब यह e शब्द के अंत में हो (उदाहरण : rOSE, dOSE) — S का उच्चारण कहीं ‘ज़’, कहीं ‘स’ होता है।
नीचे इन दोनों के उदाहरण देख लेते हैं।
- दो व़ावल के बीच S यानी VSV
EC33 में हमने देखा था कि S के बाद व़ावल हो और पहले कॉन्सनंट हो तो उसका उच्चराण ‘स’ होता है। यहाँ हमने देखा को S के दोनों तरफ़ वॉवल हो तो उसका उच्चारण ‘ज़’ होता है।
इन दोनों नियमों को और अधिक स्पष्ट करने के लिए मैंने कुछ शब्द चुने हैं जिनमें अंतिम हिस्सा एक जैसा है लेकिन S से पहले व़ावल या कॉन्सनंट आने से S का उच्चारण बदल जा रहा है।
-sent से अंत होने वाले शब्द
-sume से अंत होने वाले शब्द
-sort से अंत होने वाले शब्द
अब दूसरा नियम जो नियम नहीं है क्योंकि वह दोनों तरह के उच्चारणों की बात करता है आपके पास इनका उच्चारण याद करने या ध्यान में रखने के अलावा कोई चारा नहीं है। कुछ शब्दों के नाउन के तौर पर अलग और व़र्ब के तौर पर अलग उच्चारण हैं। उदाहरण देखें।
2. व़ावल के बाद अंत में Se यानी VSe
लेकिन मामला इतना भी आसान नहीं है कि जहाँ दो व़ावल के बीच S देखा तो ‘ज़’ बोल दिया और जहाँ एक कॉन्सनंट और व़ावल के बीच S देखा तो ‘स’ बोल दिया। क्योंकि ऐसा नियम ही क्या, जिसमें अपवाद न हों। यहाँ भी हैं। नीचे कुछ अपवाद देखें जिनमें S एक कॉन्सनंट और व़ावल के बीच है लेकिन उसका उच्चारण ‘स’ के बजाय ‘ज़’ हो रहा है।
इसी तरह ऐसे भी शब्द हैं जहाँ S के आगे और पीछे व़ावल हैं, फिर भी उसका उच्चारण ‘ज़’ के बजाय ‘स’ हो रहा है।
आख़िर में ऐसे कुछ शब्दों का ज़िक्र जिनमें दोनों उच्चारण चलते हैं – ‘स’ भी और ‘ज़’ भी।
‘स’ भी, ‘ज़’ भी
इस क्लास का सबक़
क. दो व़ावल के बीच S हो (VSV) तो अधिकतर मामलों में उसका उच्चारण होगा ‘ज़’। ख. जब शब्द के अंत में -SE हो तो ऐसे शब्दों में दोनों तरह के उच्चारण देखे जा सकते हैं। उदाहरण आप ऊपर की लिस्ट में देख सकते हैं।
अभ्यास
किसी अख़बार या मैगज़ीन से ऐसे 50 शब्द खोजें जिनमें S बीच में हो और उनके उच्चारणों का अंदाज़ा लगाएँ। फिर डिक्श्नरी से मिलाएँ।
चलते चलते
शैंपू (Sham.poo) तो आप इस्तेमाल करते ही होंगे। यह हिंदी के चाँपना शब्द से आया है। इससे बना चाँपो और उससे बना शैंपू।