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आलिम सर की हिंदी क्लास शुद्ध-अशुद्ध

125. ‘बू’ का अर्थ गंध, दुर्गंध या सुगंध ?

फ़ारसी का एक शब्द है ‘बू’ जिसका हिंदी में भी इस्तेमाल होता है दुर्गंध के अर्थ में। लेकिन अगर ‘बू’ का अर्ध दुर्गंध है तो फिर बदबू (बद-बू जिसमें बद का अर्थ है ख़राब) का अर्थ क्या है? और ख़ुशबू (ख़ुश-बू) का? तो क्या बू का अर्थ सिर्फ़ गंध है? जानने के लिए आगे पढ़ें।

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EC30 : DGPK चुप हो जाएँ N से पहले, N चुप हो जाए…

इस क्लास की शुरुआत मैं एक ऐसे शब्द से कर रहा हूँ जो अंग्रेज़ी के हर विद्यार्थी को परेशान करता है। वह शब्द है Pneu.mo.nia। इसका उच्चारण होता है न्यूमोनिया यानी P साइलंट है। दूसरे, इसकी स्पेलिंग ऐसी टेढ़ी-मेढ़ी है कि अच्छे से अच्छे को ‘सरघूमोनिया’ हो जाए… माने सर घूमने लग जाए। इस Pneumonia के बहाने आज हम बात करेंगे P, N और M की कि कहाँ-कहाँ ये साइलंट होते हैं या दूसरे को साइलंट करते हैं।

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124. ‘शाप’ से श्राप बना या ‘श्राप’ से शाप?

श्राप और शाप – इन दोनों का एक ही मतलब है। ‘श्राप’ संस्कृत का है और ‘शाप’ हिंदी का – कुछ साल पहले तक मैं यही समझता था। मैं ही नहीं, एक फ़ेसबुक पोल के अनुसार क़रीब 40% हिंदीभाषी यही समझते हैं। लेकिन सच्चाई क्या है? शाप से श्राप बना है या श्राप से शाप, जानने के लिए आगे पढ़ें।

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EC29 : 400 साल पहले J ने बदल दिया ईसा का नाम

आज हम एक ही क्लास में तीन लेटर्ज़ जो Jammu, Kashmir और Ladakh के आरंभ में हैं, उनकी बात करेंगे। ये तीनों वैसे तो बहुत सामान्य लगते हैं लेकिन तीनों की अलग-अलग विशेषताएँ हैं। J को हम आज ‘ज’ की ध्वनि के लिए इस्तेमाल करते हैं लेकिन शुरू में इसका उच्चारण ‘य’ होता था। उधर K और L का उच्चारण हमेशा से ‘क’ और ‘ल’ रहा है लेकिन K शब्द के शुरू में और L शब्द के बीच में हो तो कई बार साइलंट हो जाता है। कब और क्यों होता है ऐसा, जानने के लिए आगे पढ़ें।

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123. बहुउद्देश्यीय, बहुउद्देशीय, बहुद्देशीय… क्या है सही?

हिंदी के कुछ शब्द ऐसे हैं जो अंग्रेज़ी शब्दों के अनुवाद के उद्देश्य से बनाए गए हैं। ऐसा ही एक शब्द Multipurpose के लिए बनाया गया है। लेकिन उस शब्द केअलग-अलग रूप चलते हैं। बहुउद्देश्यी, बहुउद्देशी, बहुद्देश्यी और बहुद्देशी। इनमें से कौनसा सही है और कौनसा ग़लत, इसपर विवाद है। कुछ लोग कहते हैं कि ये सारे-के-सारे ग़लत हैं। क्या है सारा मामला, इसके बारे में जानने के लिए आगे पढ़ें।

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