चित्त, चित् और चित। ये तीनों मिलते-जुलते शब्द हैं और कई बार भ्रम हो जाता है कि किसका क्या अर्थ है। हिंदी में इनका प्रयोग दो तरह के अर्थों के लिए किया जाता है। एक, मन और दूसरा कुश्ती में पीठ के बल लेटना या लिटाना। तो फिर तीसरे शब्द का अर्थ क्या है?आज की यह क्लास इन्हीं तीन शब्दों के बारे में है।
Category: आलिम सर की हिंदी क्लास
आलिम सर की हिंदी क्लास यानी हिंदी शब्दों और व्याकरण से जुड़ी दुविधाओं का आसान भाषा में समाधान।
हिंदी के १ से १० तक के सारे अंकों के नाम एक ही तरह से बोले और लिखे जाते हैं, बस ६ को छोड़कर जिसे कोई ‘छह’ लिखता है तो कोई ‘छः’। जब मैंने पत्रकारिता शुरू की थी तो संपादक जी ने मुझे ‘छह’ लिखने का निर्देश दिया था। कारण न मैंने पूछा, न उन्होंने बताया। आज की इस क्लास में हम इसी विषय की पड़ताल करेंगे कि ६ के लिए क्या लिखना सही है और जानेंगे कि न ‘छह’ पूरी तरह सही है, न ही ‘छः’। मूल शब्द तो कुछ और है। क्या है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
‘चंदा मामा दूर के…’ यह बालगीत और उसकी यह पहली लाइन तो हम सब जानते हैं लेकिन ‘पूए पकाए किस चीज़ के’, इसके बारे में अलग-अलग मत हैं। कोई कहता है गूड़ (गुड़) के, कोई कहता है बूर के तो कोई दूध और पूर के भी बताता है और सबके पक्ष में अपने-अपने तर्क हैं। आख़िर सही क्या है, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।
हँसता ‘हुआ’ लड़का और हँसते ‘हुए’ लड़के। इन दोनों प्रयोगों में आपको क्या अंतर दिख रहा है? यही कि लड़का को लड़के (बहुवचन) करते ही ‘हुआ’ अपने एकारांत और बहुवचन रूप ‘हुए’ में बदल जाता है। अब अगर यही प्रयोग लड़की और लड़कियाँ के मामले में किया जाए तो क्या लिखा जाएगा? हँसती ‘हुई’ लड़की तो ठीक है। मगर बहुवचन में क्या होगा – हँसती ‘हुई ‘लड़कियाँ या हँसती ‘हुईं’ लड़कियाँ? जानने के लिए आगे पढ़ें।
विद्वता सही है या विद्वत्ता? इसपर मैंने दो अलग-अलग समय में अलग-अलग मंचों पर पोल किया और दोनों का नतीजा तक़रीबन एक जैसा निकला। सवाल था कि विद्व के बाद त् की ध्वनि एक बार है (विद्वता) या दो बार (विद्वत्ता)। जुलाई 19 में किए गए पोल में 66% ने विद्वता को सही बताया तो सितंबर 21 में किए गए पोल में 62% ने। इसी तरह पहले पोल में 34% ने विद्वत्ता को सही बताया था तो ताज़ा पोल में 38% ने। सही क्या और क्यों है, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।