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आलिम सर की हिंदी क्लास शुद्ध-अशुद्ध

189. मुक़ाबला जीतने पर क्या मिलता है – ‘तमग़ा’ या ‘तग़मा’?

कुछ दिन पहले मैंने अपने एक मित्र से पूछा कि ‘तग़मा’ सही है या ‘तमग़ा’ तो वह भी कुछ समय के लिए चकरा गया। मित्र ने कुछ देर सोचकर कहा, ‘तग़मा’ ही सही लगता है। उसका जवाब सही था या नहीं, यह हम आज की चर्चा में जानेंगे और यह भी जानेंगे कि आख़िर इस शब्द के बारे में इतना कन्फ़्यूश्ज़न क्यों है?

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188. देवदास नशे में ‘धुत्त’ होता था या ‘धुत’?

इंसान नशे में ‘धुत्त’ होता है या ‘धुत’? जब फ़ेसबुक पर यह सवाल पूछा गया तो दोनों के पक्ष में तक़रीबन बराबर वोट पड़े। यानी हिंदी समाज में दोनों ही शब्दरूप चल रहे हैं। ऐसे में सही किसे माना जाए? धुत्त को, धुत को या दोनों को? शब्दकोश किसको सही बताते हैं? जानने के लिए आगे पढ़ें।

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187. गाली-गलौज सही है या गाली-गलौच?

‘गाली’ के बारे में तो सभी जानते हैं मगर ‘गाली’ से मिलता-जुलता एक और शब्द है जो अलग से तो इस्तेमाल नहीं होता और ‘गाली’ के बाद आता है, उसके बारे में भ्रम है कि वह ‘गलौ‘ है या ‘गलौ‘। आज की चर्चा इसी के बारे में है। रुचि हो तो आगे पढ़ें।

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186. घास चरने की जगह ‘चरागाह’ है या ‘चारागाह’?

कुछ दिन पहले किसी ने मुझसे पूछा – चरागाह सही है या चारागाह? सवाल सुनकर मैं भी चकरा गया। क्योंकि सही शब्द चरागाह है या चारागाह, यह निर्भर करता है इस बात पर कि यह शब्द बना कैसे। अगर ‘चरने’ की जगह से बना होगा तो होगा चरागाह। अगर ‘चारा’ खाने की जगह से बना होगा तो होगा चारागाह। आज की चर्चा में हम इसी बात की पड़ताल करके तय करेंगे कि सही क्या है – चरागाह या चारागाह।

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185. तार पुल्लिंग या स्त्रीलिंग, सितार ‘के’ तार या ‘की’ तारें?

तार पुल्लिंग है या स्त्रीलिंग? कुछ लोगों को यह सवाल बहुत आसान लग सकता है। लेकिन यह उतना आसान नहीं है क्योंकि फ़ेसबुक पर किए गए एक पोल से पता चला कि सौ में से पचीस लोगों को नहीं मालूम नहीं कि इसका सही लिंग क्या है। क्या आप उन 75 लोगों में हैं जिन्हें मालूम है तार का सही लिंग या उन 25 लोगों में जिनको ग़लत जानकारी है? जानने के लिए आगे पढ़ें।

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