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247. आकलन सही या आँकलन या दोनों सही?

‘आकलन’ सही है या ‘आँकलन’? इसका जवाब बहुत आसान होना चाहिए क्योंकि इसका अर्थ है ‘किसी चीज़ या परिस्थिति का अंदाज़ा लगाना’। यही अर्थ ‘आँकना’ का भी है जिसमें शुरू में आँ है। तो इस हिसाब से सही शब्द ‘आँकलन’ ही होना चाहिए क्योंकि ‘आँकलन’ से ही ‘आँकना’ बना होगा। लेकिन शब्दकोश तो ‘आकलन’ को सही बताते हैं। क्यों, यह जानने में रुचि हो तो आगे पढ़ें।

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246. सही क्या? हाथ ‘का’ मैल या हाथ ‘की’ मैल?

मैल शब्द का अर्थ तो सभी जानते हैं। मगर मैल का लिंग क्या है? हाथ ‘का’ मैल बोलेंगे या हाथ ‘की’ मैल? जब मैंने यही सवाल फ़ेसबुक पर पूछा तो मिश्रित जवाब मिला। 56% मे कहा – हाथ ‘का’ मैल तो 44% ने कहा – हाथ ‘की’ मैल। शब्दकोश तक इस मामले में बँटे और भ्रमित नज़र आते हैं। ऐसे मैं कैसे तय किया जाए मैल का लिंग?

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245. चंगुल सही या चुंगल या फिर दोनों शब्द सही हैं?

चिड़िया के टेढ़े पंजे को जिससे वह किसी वस्तु या शिकार को पकड़ती है, उसे क्या कहते हैं ? चंगुल, चुंगल या दोनों शब्द सही हैं? जब यह सवाल फ़ेसबुक पर पूछा गया तो 80% के विशाल बहुमत ने कहा – चंगुल ही सही है। इसके विपरीत 12% ने चुंगल के पक्ष में राय दी। केवल 8% ने दोनों को सही बताया। क्या बहुमत का फ़ैसला सही है, जानने के लिए आगे पढ़ें।

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244. इंक़लाब ज़िंदाबाद या इन्क़लाब ज़िदाबाद?

क्रांति या विप्लव के लिए उर्दू का जो शब्द हिंदी में भी इस्तेमाल किया जाता है, उसे कैसे लिखा जाएगा – इंक़लाब, इन्क़लाब या इनक़लाब? जब यह सवाल फ़ेसबुक पर पूछा गया तो 69% लोगों ने इंक़लाब के पक्ष में वोट दिया। 23% ने इन्क़लाब को सही बताया जबकि शेष बचे 8% ने इनक़लाब को चुना। सही क्या है, जानने के लिए आगे पढ़ें।

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243. आमंत्रण और निमंत्रण में क्या कोई फ़र्क़ है?

इंटरनेट पर आपको ढेरों विडियो और लेख मिलेंगे जिनमें बताया गया है कि जिस बुलावे में खाना-पीना शामिल हो, वह निमंत्रण है और जिसमें खाना-पीना शामिल न हो, वह है आमंत्रण। कुछ लोग पास और दूर का भी हवाला देते हैं कि कोई अपने पास बुलाए तो आमंत्रण वरना निमंत्रण। लेकिन ये सारी बातें सरासर गप हैं। सच यह है कि आमंत्रण और निमंत्रण का एक ही मतलब है और अगर कुछ अंतर है भी तो उसका संबंध खाने-पीने से नहीं, आने और न आने से है। क्या है वह अंतर, यह जानने के लिए पढ़ें आज की चर्चा।

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