स्कूल के ज़माने की बात है। दसवीं के बाद हमें फ़ेअरवेल मिलनेवाला था। इन्व़िटेशन कार्ड में सुबह 10 बजे का समय दिया हुआ था। मैं शुरू से Punc.tu.al रहा हूँ सो समय से पहले ही पहुँच गया। मगर वहाँ तो तैयारियाँ ही चल रही थीं। मैं लौट आया और एक घंटे बाद फिर गया। यह बात मैं इसलिए बता रहा हूँ कि अब ‘इंग्लिश क्लास’ को भी फ़ेअरवेल देने का समय आ गया है और आज हम उस -ual की बात करेंगे जो Punc.tu.al में है और जिसके तीन उच्चारण होते हैं ‘उअल’, ‘युअल’ और ‘वल’। कहाँ क्या होगा, यही जानेंगे आज।