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आलिम सर की हिंदी क्लास शुद्ध-अशुद्ध

199. गुड़िया का बहुवचन गुड़ियाँ होगा या गुड़ियाएँ?

गुड्डा का बहुवचन होता है गुड्डे तो गुड़िया का बहुवचन क्या होगा? गुड़िये? या गुड़ियाँ या गुड़ियाएँ? आज की चर्चा गुड़िया तथा इससे मिलते-जुलते अन्य शब्दों के बहुवचन रूपों के बारे में है जिनके अंत में -इया प्रत्यय होता है। यानी गुड़िया के साथ-साथ बुढ़िया, चुहिया, खटिया, लुटिया आदि के बहुवचन रूपों के बारे में बात करेंगे। रुचि हो तो पढ़ें।

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198. प्रतिष्ठित व्यक्ति – गणमान्य है या गण्यमान्य?

गणमान्य सही है या गण्यमान्य? इस विषय में हिंदी समाज में सालों से बहस चल रही है। कुछ लोग कहते हैं गण्यमान्य सही है क्योंकि शब्दकोशों में वही है। कुछ और लोग कहते हैं, गणमान्य सही है क्योंकि हिंदी में यही प्रचलित है। एक तीसरी श्रेणी के लोग दोनों का अलग-अलग अर्थ निकालकर दोनों को सही बताते हैं। आज की चर्चा में हम इसी पर बात करेंगे कि सही क्या है और क्यों है।

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197. गहरा दलदल या गहरी दलदल?

आप सोच रहे होंगे कि यह भी क्या सवाल हुआ! हर कोई ‘जानता’ है कि दलदल पुल्लिंग है। हमारे फ़ेसबुक पोल में भी 82% साथियों ने दलदल को पुल्लिंग बताया। लेकिन क्या वे सही हैं? आइए, जानते हैं कि प्रामाणिक शब्दकोश दलदल के बारे में क्या कहते हैं। 

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196. निर्दलीय का बहुवचन : निर्दलीयों या निर्दलियों?

जो उम्मीदवार, विधायक या सांसद किसी दल से जुड़ा हुआ न हो, उसे निर्दलीय कहते हैं। अब प्रश्न यही है कि इस निर्दलीय का बहुवचन क्या होगा – निर्दलीयों या निर्दलियों। कुछ लोग निर्दलीयों लिखते हैं, कुछ निर्दलियों। सही है ‘निर्दलीयों’ लेकिन कभी-कभी ‘निर्दलियों’ भी सही हो सकता है। कब और क्यों, यही जानेंगे आज की चर्चा में।

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195. बड़ों से क्या मिलता है – आशीर्वाद या आर्शीवाद?

यह प्रश्न मुझे स्कूल के ज़माने से ही परेशान किया करता था। मेरे पिताजी आशिर्वाद लिखते थे और माँ आर्शीवाद। कुछ बुजुर्गों की चिट्ठियों में आर्शिवाद भी मिलता था और कहीं-कहीं आशीर्वाद भी। ऐसे में यह समझना मुश्किल हो जाता था कि सही क्या है। तब हिंदी के शब्दकोश भी नहीं होते थे घर में। लेकिन आज यह जानना आसान है कि कौनसा शब्द सही है और क्यों। आज की चर्चा इसी शब्द पर। 

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