पिछली क्लास में हमने i और u से शुरू होनेवाले सफ़िक्स के बारे में पढ़ा। आज बाक़ी व़ावल का ग्रूप है, जिसमें a, o, e से शुरू होनेवाले सफ़िक्स जैसे -al, -ous, – er, -ed आते हैं। इसके अलावा i, u ग्रूप के बाग़ी -ist, -ing, -ism और -ly तथा -ment भी इसमें शामिल हो गए हैं। यह बड़ा ही अच्छा ग्रूप है। यह जिनके भी घर जाता है, बस चुपचाप बैठा रहता हैं अच्छे बच्चों की तरह। कुछ उथलपुथल नहीं करता। कहने का मतलब यह कि इनके होने से शब्द के स्ट्रेस पर कोई फ़र्क नहीं पड़ता। आप मूल शब्द पर जाएँ और उसके अनुसार उच्चारण करें। आइए, इसे कुछ उदाहरणों से समझते हैं।
Author: आलिम सर
पिछली क्लास (EC 52) में हमने नियम 4a के तहत जाना था कि -tion और -sion के पहले वाले सिल्अबल पर स्ट्रेस होता है और यह भी देखा था कि इस कारण से कैसे शब्दों का उच्चारण और कभी-कभी स्पेलिंग भी बदल जाती है (Repeat=रिपीट और Repetition=रेपिटिशन)। इस क्लास में हम i और u से शुरू होनेवाले सफ़िक्स के बारे में बात करेंगे। यहाँ भी नियम वही है कि i और u से शुरू होनेवाले सफ़िक्स से पहले वाले सिल्अबल पर स्ट्रेस होता है। मगर कुछ अपवाद भी हैं। क्या हैं, जानने के लिए आगे पढ़ें।
1972 में एक मूव़ी आई थी जिसका नाम था ‘रिवाज’। उसके 40 साल बाद एक और मूव़ी आई इसी नाम से मगर आख़िर में ‘ज’ की जगह ‘ज़’ था – यानी ‘रिवाज़’। तो क्या 40 सालों में रिवाज की स्पेलिंग बदलकर रिवाज़ हो गई? या फिर दोनों में से कोई एक स्पेलिंग ग़लत है? कौनसी सही और कौनसी ग़लत है, यह तो शब्दकोश ही बता सकते हैं। मगर यह क्या? वहाँ भी झोल है। उर्दू का शब्दकोश ‘रिवाज’ को सही बताता है तो हिंदी का शब्दकोश ‘रिवाज़’ को। तो क्या उर्दू का ‘रिवाज’ हिंदी में आकर ‘रिवाज़’ हो गया? जानने के लिए आगे पढ़ें।
स्ट्रेस पर तीन नियम जानने के बाद आज हम चौथा नियम जानेंगे कि सफ़िक्स कैसे किसी शब्द का उच्चारण तय करते हैं। सफ़िक्स यानी वे दुमछल्ले जो शब्द के पीछे लगकर उसका अर्थ बदल देते हैं। जैसे Art (कला) के अंत में -ist लगाया तो हो गया Art.ist (कलाकार)। इसी तरह Farm (खेत) के अंत में -er लगाया तो हो गया Farm.er (किसान)। यहाँ -ist और -er सफ़िक्स (प्रत्यय) हैं। इन्हीं की तरह -sion और -tion भी सफ़िक्स हैं, जिनके बारे में आज हम चर्चा करेंगे कि कैसे वे शब्द के उच्चारण पर असर डालते हैं।
पिछली दो क्लासों में हमने स्ट्रेस के पहले और दूसरे नियमों की बात की। दूसरे नियम में हमने उन शब्दों के उच्चारण का नियम जाना था जिनमें दो सिल्अबल होते हैं मगर जिनके आगे-पीछे कोई प्रिफ़िक्स या सफ़िक्स नहीं होता। आज हम तीन सिल्अबल वाले ऐसे शब्दों पर बात करेंगे जिनके आगे-पीछे कोई प्रिफ़िक्स या सफ़िक्स नहीं लगा है। इसका नियम भी बहुत आसान है। जानने के लिए आगे पढ़ें।