हिंदी के १ से १० तक के सारे अंकों के नाम एक ही तरह से बोले और लिखे जाते हैं, बस ६ को छोड़कर जिसे कोई ‘छह’ लिखता है तो कोई ‘छः’। जब मैंने पत्रकारिता शुरू की थी तो संपादक जी ने मुझे ‘छह’ लिखने का निर्देश दिया था। कारण न मैंने पूछा, न उन्होंने बताया। आज की इस क्लास में हम इसी विषय की पड़ताल करेंगे कि ६ के लिए क्या लिखना सही है और जानेंगे कि न ‘छह’ पूरी तरह सही है, न ही ‘छः’। मूल शब्द तो कुछ और है। क्या है, जानने के लिए आगे पढ़ें।
T से टमाटो तो हम सबने पढ़ा है लेकिन क्या आपको मालूम है कि T का उच्चारण च, श और ड भी होता है? यदि हाँ तो बहुत अच्छा और यदि नहीं तो जानने के लिए आगे पढ़ें।
पिछली क्लास T के बारे में थी जिसका उच्चारण होता है ‘ट’ और कभी-कभी उसका उच्चारण नहीं भी होता है। आज की क्लास Th के बारे में है। Th के दो उच्चारण होते हैं – ‘थ’ और ‘द’। इसी तरह The के भी तीन उच्चारण होते हैं – द, दि और दी। कहाँ किसका क्या उच्चारण होगा, जानने के लिए आगे पढ़ें।
‘चंदा मामा दूर के…’ यह बालगीत और उसकी यह पहली लाइन तो हम सब जानते हैं लेकिन ‘पूए पकाए किस चीज़ के’, इसके बारे में अलग-अलग मत हैं। कोई कहता है गूड़ (गुड़) के, कोई कहता है बूर के तो कोई दूध और पूर के भी बताता है और सबके पक्ष में अपने-अपने तर्क हैं। आख़िर सही क्या है, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।
पिछली क्लास में हमने जाना था कि Th जब किसी शब्द के शुरू में हो तो उसका उच्चारण 99% मामलों में ‘थ’ ही होगा। केवल The, This, That, Their, There जैसे कुछ शब्दों में उसका उच्चारण ‘द’ होता है। आज हम जानेंगे कि Th जब शब्द के अंत में हो तो उसका उच्चारण कहाँ ‘थ’ और कहाँ ‘द’ होता है। जानने के लिए आगे पढ़ें।